
महिलाओं और पुरुषों में कई तरह के अंतर होते हैं, शारीरिक बनावट से लेकर आवाज और बालों की ग्रोथ भी अलग होती है. आपने ज्यादातर पुरुषों के शरीर पर खूब बाल देखे होंगे, लेकिन महिलाओं में ऐसा नहीं होता है. महिलाओं की चेस्ट या फिर चेहरे पर उतने बाल नहीं होते हैं, जितने पुरुषों के आते हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि इसके पीछे की वजह क्या है? आज हम आपको इसी सवाल का जवाब देने जा रहे हैं कि आखिर महिलाओं की तुलना में पुरुषों के शरीर में ज्यादा बाल क्यों आते हैं?
पुरुषों और महिलाओं में बालों की ग्रोथ
पुरुषों और महिलाओं में बालों की ग्रोथ अलग-अलग होती है. इसका कारण कुछ और नहीं, बल्कि हार्मोन होते हैं. इसकी दो वजह होती हैं, पहली जेनेटिक और दूसरी हार्मोनल बदलाव... यानी किसी लड़की की मां के शरीर में अगर ज्यादा बाल आते हैं तो हो सकता है कि उसके साथ भी ऐसा ही हो.
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कुछ लड़कों के शरीर में भी कम आते हैं बाल
लड़कियों के अलावा कुछ लड़के भी ऐसे होते हैं, जिनके शरीर पर बालों की ग्रोथ कम होती है. ऐसे लड़कों की उम्र बढ़ने पर भी दाढ़ी या मूंछ नहीं आती है. इसका भी कारण एंड्रोजन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का लेवल है, जिनमें ये कम होते हैं, उनके शरीर पर बालों की ग्रोथ भी काफी कम हो जाती है. कुछ लड़कों में ये जेनेटिक भी हो सकता है.
कुल मिलाकर ये पूरा केमिकल लोचा सिर्फ हार्मोन्स का है, यानी पुरुषों में जो हार्मोन होते हैं, वो महिलाओं में कम होते हैं और महिलाओं वाले हार्मोन पुरुषों में कम पाए जाते हैं. बालों की तरह पतली और मोटी आवाज के लिए भी हार्मोन ही जिम्मेदार हैं. इससे वोकल कॉर्ड्स की लंबाई में बदलाव होता है और आवाज मोटी होने लगती है. वहीं महिलाओं में इसके ठीक उलट वोकल कॉर्ड्स पतली होती जाती हैं, इसीलिए उनकी आवाज पतली होती है.
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