केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने झारखंड उच्च न्यायालय को बताया है कि वह धनबाद के न्यायाधीश उत्तम आनंद की पिछले वर्ष सुबह की सैर के दौरान की गई हत्या के मामले को सुलझाने के लिए इंटरपोल से मदद मांगेगी. सीबीआई ने न्यायमूर्ति रवि रंजन एवं न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ को शुक्रवार को बताया कि उसे कुछ डिजिटल सुराग मिले हैं जिसकी अमेरिका में व्हॉट्सऐप के मुख्यालय से जांच होनी जरूरी है.
सीबीआई ने पीठ को बताया कि इंटरपोल की मदद लेने के लिए उसने केन्द्रीय गृह मंत्रालय को पत्र भेजा है. गृह मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद जांच को आगे बढ़ाया जाएगा. कार्यवाही के दौरान पीठ को सूचित किया गया कि आरोपी व्यक्तियों से व्हाट्सऐप चैट ली गई हैं जिससे पिछले साल 28 जुलाई को धनबाद जिला अदालत के न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत के पीछे की साजिश में और लोगों के शामिल होने का संकेत मिलता है.
सीबीआई के अधिकारियों की एक टीम को अमेरिका में व्हाट्सऐप के मुख्यालय जाना होगा और साजिश की तह तक पहुंचने के लिए बातचीत का विवरण निकलवाना होगा. मामले में अगली सुनवाई 14 अक्टूबर को होगी. गौरतलब है कि 28 जुलाई 2021 को धनबाद के न्यायाधीश उत्तम आनंद की सुबह की सैर के दौरान आटो से टक्कर मारकर हत्या कर दी गई थी.
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