जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले के एक गांव के कई घरों में दरारें आने के मामले पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन हालात पर करीबी नजर रख रहा है. हालांकि, उन्होंने डोडा के हालात की तुलना उत्तराखंड के जोशीमठ में हुई भू-धँसाव की घटना के साथ करने से इनकार किया.
किश्तवाड़-बटोटे राष्ट्रीय राजमार्ग के पास थाथरी के नई बस्ती गांव में कई घरों में दरारें आ गई हैं. उपराज्यपाल ने कहा कि प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. दरारें आने के बाद तीन घर ढह गए जबकि 18 अन्य घर असुरक्षित पाए गए हैं, जिसके चलते जिला प्रशासन को 100 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करना पड़ा है.
सिन्हा ने यहां राजभवन में एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘सभी प्रभावित घरों को खाली करा लिया गया है और बहुत घबराने की आवश्यकता नहीं है. प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है और (पुनर्वास के लिए) हरसंभव कदम उठाए जाएंगे.'' यह पूछे जाने पर कि क्या प्रभावित गांव में जोशीमठ जैसी स्थिति है, उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘बिलकुल नहीं.''
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