आर अश्विन (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
वर्ल्ड टी-20 के सेमीफ़ाइनल में भारतीय स्टार स्पिनर आर अश्विन का लेंडल सिमंस के ख़िलाफ़ डाला गया नो बॉल यकीनन टीम इंडिया को बेहद महंगा पड़ा और इसे लेकर बहुत आलोचना भी हुई। लेकिन आर अश्विन ने आईपीएल शुरू होने से पहले एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान उस 'नो बॉल' को लेकर ज़रूरत से ज़्यादा हो रही आलोचना को लेकर अपनी नाराज़गी जताई। अश्विन ने कहा, "ऐसे कई पत्रकार और जानकार लोग हैं जो कहते रहे हैं कि मैंने लंबे समय से नो बॉल नहीं किया और अब एक नो बॉल डालकर मैं विलेन नहीं बन गया।"
29 साल के चेन्नई के ऑफ स्पिनर अश्विन ने बताया कि सेमीफ़ाइनल के फ़ौरन बाद उनके पालतू कुत्ते को हीट स्ट्रोक (लू लगने) की शिकायत हो गई थी। इसलिए अगले तीन दिनों तक वो उसके उपचार में व्यस्त रहे और अख़बार नहीं दिख पाए।
43 अंतरराष्ट्रीय T20 में 50 विकेट और 179 आईपीएल के मैचों में 188 विकेट लेने वाले अश्विन ने ये भी बताया कि सेमीफ़ाइनल के दिन ओस या ड्यू फ़ैक्टर की वजह से पहले गेंदबाज़ी करना कितना मुश्किल था। लेकिन ये भी कहते हैं कि जब ओस थी तब उन्होंने गेंद नहीं डाली। उन्होंने कहा कि उन्होंने गेंदबाज़ी करते हुए विकेट लेने के कई मौक़े भी बनाए।
प्रेस कॉन्फ़्रेंस के आख़िर में अश्विन ने 'ओस' पर सवाल पूछने वाले पत्रकार से कहा, "मैं आप पर दोष नहीं मढ़ रहा। लेकिन आपको ज़िम्मेदारी से लिखना चाहिए क्योंकि आपको पढ़कर सैकड़ों लोग अपनी राय बनाते हैं।"
वर्ल्ड टी-20 सेमीफ़ाइनल मैच के बाद कप्तान एमएस धोनी ने ओस और दो नो बॉल को हार की वजहों में गिनती की थी। धोनी ने कहा था, "बॉल बल्ले पर अच्छी तरह से आ रहा था और गेंद (ओस से) भीग गई थी। जब भारतीय टीम बल्लेबाज़ी कर रही थी तो पिच से स्पिनर्स को मदद मिल रही थी जबकि विंडीज़ की बल्लेबाज़ी के वक्त ऐसा नहीं हो रहा था। यही दोनों पारियों के बीच फ़र्क था। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 190 का स्कोर खड़ा करना मुश्किल था।" यही नहीं नो बॉल को लेकर पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भी आलोचना की थी।
अश्विन राइज़िंग पुणे सुपरजाएंट्स टीम का हिस्सा हैं। वो कहते हैं कि इस आईपीएल में नई टीम के साथ खेलना नई चुनौती होगी। अश्विन ये भी कहते हैं कि आईपीएल की रफ़्तार बहुत तेज़ होती है। वो मानते हैं कि एशिया कप और वर्ल्ड टी-20 के बाद आईपीएल की चुनौती मानसिक और शारीरिक रूप से मुश्किल होने वाली है।
29 साल के चेन्नई के ऑफ स्पिनर अश्विन ने बताया कि सेमीफ़ाइनल के फ़ौरन बाद उनके पालतू कुत्ते को हीट स्ट्रोक (लू लगने) की शिकायत हो गई थी। इसलिए अगले तीन दिनों तक वो उसके उपचार में व्यस्त रहे और अख़बार नहीं दिख पाए।
43 अंतरराष्ट्रीय T20 में 50 विकेट और 179 आईपीएल के मैचों में 188 विकेट लेने वाले अश्विन ने ये भी बताया कि सेमीफ़ाइनल के दिन ओस या ड्यू फ़ैक्टर की वजह से पहले गेंदबाज़ी करना कितना मुश्किल था। लेकिन ये भी कहते हैं कि जब ओस थी तब उन्होंने गेंद नहीं डाली। उन्होंने कहा कि उन्होंने गेंदबाज़ी करते हुए विकेट लेने के कई मौक़े भी बनाए।
प्रेस कॉन्फ़्रेंस के आख़िर में अश्विन ने 'ओस' पर सवाल पूछने वाले पत्रकार से कहा, "मैं आप पर दोष नहीं मढ़ रहा। लेकिन आपको ज़िम्मेदारी से लिखना चाहिए क्योंकि आपको पढ़कर सैकड़ों लोग अपनी राय बनाते हैं।"
वर्ल्ड टी-20 सेमीफ़ाइनल मैच के बाद कप्तान एमएस धोनी ने ओस और दो नो बॉल को हार की वजहों में गिनती की थी। धोनी ने कहा था, "बॉल बल्ले पर अच्छी तरह से आ रहा था और गेंद (ओस से) भीग गई थी। जब भारतीय टीम बल्लेबाज़ी कर रही थी तो पिच से स्पिनर्स को मदद मिल रही थी जबकि विंडीज़ की बल्लेबाज़ी के वक्त ऐसा नहीं हो रहा था। यही दोनों पारियों के बीच फ़र्क था। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 190 का स्कोर खड़ा करना मुश्किल था।" यही नहीं नो बॉल को लेकर पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भी आलोचना की थी।
अश्विन राइज़िंग पुणे सुपरजाएंट्स टीम का हिस्सा हैं। वो कहते हैं कि इस आईपीएल में नई टीम के साथ खेलना नई चुनौती होगी। अश्विन ये भी कहते हैं कि आईपीएल की रफ़्तार बहुत तेज़ होती है। वो मानते हैं कि एशिया कप और वर्ल्ड टी-20 के बाद आईपीएल की चुनौती मानसिक और शारीरिक रूप से मुश्किल होने वाली है।
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