IPL 2017 : यूसुफ पठान ने दिल्ली के खिलाफ 39 गेंदों में 59 रन बनाए थे (फाइल फोटो)
कोलकाता:
विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए मशहूर यूसुफ पठान के बल्ले ने गरजना क्या शुरू किया कि उनका अंदाज ही बदल गया है. आत्मविश्वास से लबरेज यूसुफ ने पिछले दिनों कहा था कि वह विशेष टैलेंट हैं और उनका मुकाबला कोई नहीं कर सकता. वैसे यह बात सही भी है, क्योंकि जब यूसुफ पूरी लय में होते हैं, तो अच्छे से अच्छे गेंदबाज की शामत आ जाती है. कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए IPL में सबसे ज्यादा मैच खेल चुके ऑलराउंडर पठान ने अब खुद को लेकर एक और टिप्पणी की है. वास्तव में यह उनकी लापरवाही से जुड़ी हुई है. उन्होंने इसे लेकर अपनी राय रखी है और कहा है कि वह इसमें भी सुधार करेंगे...
पठान लौटे, तो पांडे ने दिलाई जीत...
यूसुफ पठान कई मैचों में टीम को जिताते-जिताते भी रह गए हैं, क्योंकि उनका विकेट ऐसे समय पर गिर गया जब उनकी जरूरत थी. आईपीएल के इसी सीजन को लीजिए. यूसुफ पठान ने दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 39 गेंदों में 59 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी, लेकिन अंत तक नहीं टिक पाए थे. हालांकि मनीष पांडे ने आखिरी ओवर में टीम को जीत दिलाई थी, लेकिन मैच फंस गया था.
यह एक 'अपराध' था : यूसुफ
यूसुफ ने गुरुवार को इस बारे में चर्चा करते हुए कहा कि उनके लिए मैच खत्म न कर पाना अपराध की तरह है. पठान ने कहा कि वह इस पर अगले मैच में ध्यान देंगे.
गुजरात लॉयन्स के खिलाफ शुक्रवार को होने वाले मैच से पहले पठान ने कहा, 'मुझे वह मैच खत्म करना चाहिए था.'
पठान ने इसका कारण बताते हुए कहा, 'एक जमे हुए बल्लेबाज के आउट होने के बाद आने वाले बल्लेबाज के लिए उसी तरह का खेल पाना मुश्किल होता है. कई बार जब एक जमा हुआ बल्लेबाज आउट होता है तो नए बल्लेबाज को परेशानी होती है. पिछले मैच में मैं अच्छी बल्लेबाजी करने के बाद आउट हो गया, जो अपराध था. मैं इस गलती को नहीं दोहराऊंगा."
हालांकि यूसुफ पठान ने अपनी बल्लेबाजी शैली से समझौता करने से इंकार करते हुए कहा है कि इसके बिना ही खेलने का प्रयास कर रहे हैं और उन्हें इसमें सफलता भी मिली है.
पठान ने कहा, 'मेरा खेल बदला नहीं है. मुझे पहले से ज्यादा ओवर खेलने को मिले हैं, इसलिए मैं इस बात को ध्यान में रखता हूं. मेरे शॉट बदले नहीं हैं लेकिन साथ ही मेरी कोशिश बड़ी पारी खेलने की है. मैं इसका आनंद ले रहा हूं.'
टीम इंडिया पर टिकी निगाह
यूसुफ की नजरें अब भी भारतीय टीम में वापसी पर टिकी हैं जबकि मध्यक्रम के कुछ स्थानों के लिए कई अन्य खिलाड़ियों का दावा अधिक मजबूत है. पठान ने अपनी इस हरसत का इजहार करते हुए पिछले दिनों कहा था, ‘इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दौड़ में कौन मुझसे (भारतीय टीम के प्रतिनिधित्व के मामले में) आगे है. मुझे लगता है कि कोई मेरे साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकता. मैं स्वयं को विशेष प्रतिभा मानता हूं.’
भारतीय टीम में एक बार फिर जगह मिलने को लेकर सकारात्मक पठान ने कहा था, ‘मुझे अपनी प्रतिभा पर भरोसा करना होगा. चीजों को बदलने में समय नहीं लगता. अगर मैं अच्छा प्रदर्शन जारी रखता हूं तो कभी ना कभी मुझे मौका मिलेगा, अगर आज नहीं तो कल.’ उन्होंने कहा, ‘मैं अन्य को नहीं देखना चाहता. मेरा काम अच्छी क्रिकेट खेलना है और इस बार शुरुआत अच्छी रही. मुझे अपने क्रिकेट को लेकर संतुष्ट रहना चाहिए और जब भी मौका मिले तो तैयार रहना चाहिए.’
(इनपुट एजेंसियों से भी)
पठान लौटे, तो पांडे ने दिलाई जीत...
यूसुफ पठान कई मैचों में टीम को जिताते-जिताते भी रह गए हैं, क्योंकि उनका विकेट ऐसे समय पर गिर गया जब उनकी जरूरत थी. आईपीएल के इसी सीजन को लीजिए. यूसुफ पठान ने दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 39 गेंदों में 59 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी, लेकिन अंत तक नहीं टिक पाए थे. हालांकि मनीष पांडे ने आखिरी ओवर में टीम को जीत दिलाई थी, लेकिन मैच फंस गया था.
यह एक 'अपराध' था : यूसुफ
यूसुफ ने गुरुवार को इस बारे में चर्चा करते हुए कहा कि उनके लिए मैच खत्म न कर पाना अपराध की तरह है. पठान ने कहा कि वह इस पर अगले मैच में ध्यान देंगे.
गुजरात लॉयन्स के खिलाफ शुक्रवार को होने वाले मैच से पहले पठान ने कहा, 'मुझे वह मैच खत्म करना चाहिए था.'
पठान ने इसका कारण बताते हुए कहा, 'एक जमे हुए बल्लेबाज के आउट होने के बाद आने वाले बल्लेबाज के लिए उसी तरह का खेल पाना मुश्किल होता है. कई बार जब एक जमा हुआ बल्लेबाज आउट होता है तो नए बल्लेबाज को परेशानी होती है. पिछले मैच में मैं अच्छी बल्लेबाजी करने के बाद आउट हो गया, जो अपराध था. मैं इस गलती को नहीं दोहराऊंगा."
हालांकि यूसुफ पठान ने अपनी बल्लेबाजी शैली से समझौता करने से इंकार करते हुए कहा है कि इसके बिना ही खेलने का प्रयास कर रहे हैं और उन्हें इसमें सफलता भी मिली है.
पठान ने कहा, 'मेरा खेल बदला नहीं है. मुझे पहले से ज्यादा ओवर खेलने को मिले हैं, इसलिए मैं इस बात को ध्यान में रखता हूं. मेरे शॉट बदले नहीं हैं लेकिन साथ ही मेरी कोशिश बड़ी पारी खेलने की है. मैं इसका आनंद ले रहा हूं.'
टीम इंडिया पर टिकी निगाह
यूसुफ की नजरें अब भी भारतीय टीम में वापसी पर टिकी हैं जबकि मध्यक्रम के कुछ स्थानों के लिए कई अन्य खिलाड़ियों का दावा अधिक मजबूत है. पठान ने अपनी इस हरसत का इजहार करते हुए पिछले दिनों कहा था, ‘इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दौड़ में कौन मुझसे (भारतीय टीम के प्रतिनिधित्व के मामले में) आगे है. मुझे लगता है कि कोई मेरे साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकता. मैं स्वयं को विशेष प्रतिभा मानता हूं.’
भारतीय टीम में एक बार फिर जगह मिलने को लेकर सकारात्मक पठान ने कहा था, ‘मुझे अपनी प्रतिभा पर भरोसा करना होगा. चीजों को बदलने में समय नहीं लगता. अगर मैं अच्छा प्रदर्शन जारी रखता हूं तो कभी ना कभी मुझे मौका मिलेगा, अगर आज नहीं तो कल.’ उन्होंने कहा, ‘मैं अन्य को नहीं देखना चाहता. मेरा काम अच्छी क्रिकेट खेलना है और इस बार शुरुआत अच्छी रही. मुझे अपने क्रिकेट को लेकर संतुष्ट रहना चाहिए और जब भी मौका मिले तो तैयार रहना चाहिए.’
(इनपुट एजेंसियों से भी)
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