विराट कोहली ने अर्धशतक लगाकर आईपीएल10 में अपनी 'वापसी' का ऐलान किया (फाइल फोटो)
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू टीम के लिए मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच बेहद महत्वपूर्ण था. आखिर क्यों न हो, टीम के नियमित कप्तान विराट कोहली इस मैच के जरिये वापसी जो करने वाले थे. आरसीबी के लिए आईपीएल-10 सीजन के तीन मैच मिस करने के बाद विराट आज मैदान में उतरे तो घरेलू मैदान पर दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका जोरदार स्वागत किया. विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में फील्डिंग के दौरान कंधा जख्मी कर बैठे थे इसके बाद उन्हें धर्मशाला के आखिरी टेस्ट में टीम से बाहर बैठना पड़ा था. विराट और डिविलियर्स जैसे स्टार खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में टीम का प्रदर्शन काफी प्रभावित हुआ. इस दौरान टीम को अपने तीन मैचों में से दो मैच में हार का सामना करना पड़ा. विराट की वापसी से आरसीबी के प्रशंसकों को उम्मीद बंधी कि अब सब ठीक हो जाएगा.
मुंबई इंडियंस के खिलाफ शुक्रवार के मैच में क्रिस गेल के साथ आरसीबी की पारी शुरू करते हुए विराट पहली ही गेंद से लय में दिखाई दिए. अपनी दूसरी ही गेंद पर सिंगल लेकर खाता खोलने के बाद मानो उन्होंने हाथ ही खोल दिए और टिम साउदी की ओर से फेंके गए पारी के तीसरे ओवर में एक छक्का और दो चौके जड़ दिए. दरअसल साधारण खिलाड़ी और चैंपियन खिलाड़ी की यही पहचान होती है. विराट न सिर्फ पहली गेंद से लय में नजर आए बल्कि खराब फॉर्म में चल रहे क्रिस गेल के स्थान पर उन्होंने टीम के स्कोर को गतिमान रखने की भी जिम्मेदारी उठाई. पहले विकेट के लिए उन्होंने गेल के साथ 9.2 ओवर में 65 रन की साझेदारी की. यह वह बुनियाद थी जिस पर टीम के अन्य खिलाड़ी बड़े स्कोर की इमारत खड़ी कर सकते थे, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका. दूसरे विकेट के रूप में विराट कोहली के 62 रन (47गेंद, पांच चौके, दो छक्के) पर आउट होते ही बेंगलुरू की पारी पटरी से उतर गई. पिछले मैच में बेंगलुरू के लिए धूमधड़ाका करने वाले डिविलियर्स आज फ्लॉप रहे और आरसीबी टीम 20 ओवर्स में 142 रन तक ही पहुंच पाई. ऐसी टीम, जिसके ओपनरों ने 63 रन की साझेदारी हुई हो, के लिए यह स्कोर कम ही माना जाएगा. कोहली ही अपनी टीम के लिए टॉप स्कोरर रहे. खास बात यह है कि आरसीबी ने विराट की गैरमौजूदगी में अब तक टीम की कप्तानी कर रहे शेन वॉटसन को इस मैच में प्लेइंग इलेवन में स्थान नहीं दिया.
मुंबई इंडियंस के खिलाफ शुक्रवार के मैच में क्रिस गेल के साथ आरसीबी की पारी शुरू करते हुए विराट पहली ही गेंद से लय में दिखाई दिए. अपनी दूसरी ही गेंद पर सिंगल लेकर खाता खोलने के बाद मानो उन्होंने हाथ ही खोल दिए और टिम साउदी की ओर से फेंके गए पारी के तीसरे ओवर में एक छक्का और दो चौके जड़ दिए. दरअसल साधारण खिलाड़ी और चैंपियन खिलाड़ी की यही पहचान होती है. विराट न सिर्फ पहली गेंद से लय में नजर आए बल्कि खराब फॉर्म में चल रहे क्रिस गेल के स्थान पर उन्होंने टीम के स्कोर को गतिमान रखने की भी जिम्मेदारी उठाई. पहले विकेट के लिए उन्होंने गेल के साथ 9.2 ओवर में 65 रन की साझेदारी की. यह वह बुनियाद थी जिस पर टीम के अन्य खिलाड़ी बड़े स्कोर की इमारत खड़ी कर सकते थे, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका. दूसरे विकेट के रूप में विराट कोहली के 62 रन (47गेंद, पांच चौके, दो छक्के) पर आउट होते ही बेंगलुरू की पारी पटरी से उतर गई. पिछले मैच में बेंगलुरू के लिए धूमधड़ाका करने वाले डिविलियर्स आज फ्लॉप रहे और आरसीबी टीम 20 ओवर्स में 142 रन तक ही पहुंच पाई. ऐसी टीम, जिसके ओपनरों ने 63 रन की साझेदारी हुई हो, के लिए यह स्कोर कम ही माना जाएगा. कोहली ही अपनी टीम के लिए टॉप स्कोरर रहे. खास बात यह है कि आरसीबी ने विराट की गैरमौजूदगी में अब तक टीम की कप्तानी कर रहे शेन वॉटसन को इस मैच में प्लेइंग इलेवन में स्थान नहीं दिया.
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