एंड्रयू टाय ने शुक्रवार को पुणे सुपरजाइंट के खिलाफ हैट्रिक सहित पांच विकेट लिए (फाइल फोटो)
राजकोट:
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज एंड्रयू टाय ने आईपीएल-10 की दूसरी हैट्रिक अपने नाम की है. शुक्रवार को टूर्नामेंट में दो हैट्रिक बनीं. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू और मुंबई इंडियंस के मैच में जहां आरसीबी के सैमुअल बद्री ने हैट्रिक ली तो अगले मैच (गुजरात लायंस विरुद्ध पुणे सुपरजाइंट) में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज एंड्रयू टॉय ने यह उपलब्धि हासिल की. टॉय टूर्नामेंट में गुजरात लायंस की ओर से खेल रहे हैं. गुजरात लायंस के एंड्रयू टॉय तो बद्री से भी आगे निकल गए. पारी के 20वें ओवर में उन्होंने लगातार तीन गेंदों पर पुणे के अंकित शर्मा, मनोज तिवारी और शारदुल ठाकुर को पेवेलियन लौटाया. टॉय ने मैच में अपने चार ओवर के कोटे में महज 17 रन देकर पांच विकेट लिए जो आईपीएल-10 का अब तक का सर्वश्रेष्ठ विश्लेषण है.
टाय ने आईपीएल में दो टीमों के लिये 34 मैचों में डग आउट में बैठने के बाद जब पहली बार इस टूर्नामेंट में मैदान पर कदम रखा तो पांच विकेट इस मौके को अपने लिए यादगार बना लिया. गुजरात लायंस से जुड़ने से पहले वे चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम में थे लेकिन उन्हें पिछले दो सत्र में खेलने का मौका नहीं मिला. मैच के बाद ऑस्ट्रेलिया के इस क्रिकेटर ने कहा, ‘मैंने आईपीएल में पदार्पण के लिए 34 मैचों का इंतजार किया लेकिन मैं किसी तरह के दबाव में नहीं था. मैंने कुछ विकेट लिए और मेरे लिए इससे बेहतर पदार्पण नहीं हो सकता था.’
बाहर बैठे रहना परेशान करने वाला हो सकता है लेकिन टाई को कोई शिकायत नहीं है क्योंकि उनका मानना है कि इससे उन्हें बेहतर गेंदबाज बनने में ही मदद मिली. उन्होंने कहा, ‘IPLबेहतरीन कोचों के साथ खुद को बेहतर बनाने का शानदार मंच है अंतिम एकादश में जगह नहीं मिलने के बावजूद मुझे पता था कि एक बार प्रक्रिया पूरी होने के बाद मुझे मौका मिलेगा और जब मुझे मौका मिला तो मैं किसी तरह के दबाव में नहीं था.’
टाय ने आईपीएल में दो टीमों के लिये 34 मैचों में डग आउट में बैठने के बाद जब पहली बार इस टूर्नामेंट में मैदान पर कदम रखा तो पांच विकेट इस मौके को अपने लिए यादगार बना लिया. गुजरात लायंस से जुड़ने से पहले वे चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम में थे लेकिन उन्हें पिछले दो सत्र में खेलने का मौका नहीं मिला. मैच के बाद ऑस्ट्रेलिया के इस क्रिकेटर ने कहा, ‘मैंने आईपीएल में पदार्पण के लिए 34 मैचों का इंतजार किया लेकिन मैं किसी तरह के दबाव में नहीं था. मैंने कुछ विकेट लिए और मेरे लिए इससे बेहतर पदार्पण नहीं हो सकता था.’
बाहर बैठे रहना परेशान करने वाला हो सकता है लेकिन टाई को कोई शिकायत नहीं है क्योंकि उनका मानना है कि इससे उन्हें बेहतर गेंदबाज बनने में ही मदद मिली. उन्होंने कहा, ‘IPLबेहतरीन कोचों के साथ खुद को बेहतर बनाने का शानदार मंच है अंतिम एकादश में जगह नहीं मिलने के बावजूद मुझे पता था कि एक बार प्रक्रिया पूरी होने के बाद मुझे मौका मिलेगा और जब मुझे मौका मिला तो मैं किसी तरह के दबाव में नहीं था.’
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