आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वायएसआर कांग्रेस की मेगा मीटिंग के पहले दिन नाटकीय घटनाक्रम सामने आया जब पार्टी की मानद अध्यक्ष वायएस विजयलक्ष्मी, जिन्हें लोग विजयम्मा के नाम से पुकारते हैं, ने कहा है कि वे पद छोड़ रही हैं. विजयलक्ष्मी (YS Vijayalakshmi)ने कहा कि वे पड़ोसी राज्य तेलंगाना में अपनी बेटी वायएस शर्मिला के नेतृत्व वाले राजनीतिक अभियान से जुड़ने जा रही हैं. गौरलब है कि शर्मिला की पार्टी के अपने भाई के संगठन से 'ठंडे' रिश्ते हैं. यह ऐलान गुरुवार को पार्टी के अधिवेशन में वायएस विजयलक्ष्मी ने भाषण के अंत में किया, कार्यक्रम में उनके बेटे और आंध्र के सीएम वायएस जगनमोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) भी उपस्थित थे .
Andhra | I'm thinking of stepping aside from this party. Sharmila (her daughter) is fighting alone. As Rajasekhara Reddy's wife & mother of Sharmila I have to stand with her, my heart tells me: YS Vijayamma, YSRCP leader & mother of Andhra Pradesh CM at party's national plenary pic.twitter.com/Xpz5HzTxGM
— ANI (@ANI) July 8, 2022
When he (YS Jagan Mohan Reddy) was in trouble I was with him, now he is happy here. My daughter (YS Sharmila) is fighting alone, if I don't support her, it will be injustice...I am telling you all about this and I request all to forgive me: YS Vijayamma, at YSRCP national plenary pic.twitter.com/VjJhHYF4jD
— ANI (@ANI) July 8, 2022
वायएस विजयलक्ष्मी ने कहा, "बेटी वायएस शर्मिला के साथ खड़े होने को लेकर ढेर सारी अटकलें, अफवाहें और अनावश्यक विवाद था जो तेलंगाना के लोगों के लिए वायएस राजशेखर रेड्डी के सपनों को पूरा करने के लिए अकेले संघर्षरत हैं. इसलिए परिवार के अंदर मतभेदों को लेकर अनावश्यक विवाद को खत्म के लिए मैंने वायएसआर कांग्रेस पार्टी छोड़ने का फैसला किया है. " उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि वायएस जगन यहां सीएम के तौर पर पुन: चुने जाएंगे. मैं मुश्किल वक्त में अपने बेटे के साथ थी. अब वह अच्छे वक्त में हैं ऐसे में मैं खुद को मुश्किल वक्त में बेटी के साथ खड़ा नहीं होने का दोषी महसूस करती हूं. इसलिए अंतरात्मा की आवाज पर मैं पार्टी का मानद अध्यक्ष पद छोड़ रही हूं. मैं मां के रूप में अपने बेटे और आंध्र प्रदेश के लोगों के साथ रहूंगी. "
उन्होंने कहा, ‘‘एक मां के तौर पर मैं हमेशा जगन के करीब रहूंगी.''विजयलक्ष्मी ने कहा, ‘‘शर्मिला अपने पिता के आदर्शों को आगे बढ़ाने के लिए तेलंगाना में अकेले लड़ाई लड़ रही हैं. मुझे उसका समर्थन करना होगा. मैं इस दुविधा में थी कि क्या मैं दो राजनीतिक दलों (दो राज्यों में) की सदस्य हो सकती हूं. वाईएसआर कांग्रेस के मानद अध्यक्ष पद पर बने रहना मेरे लिए मुश्किल है.''उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कभी सोचा नहीं था कि ऐसी स्थिति पैदा होगी. मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों हुआ, लेकिन मुझे लगता है कि यह ईश्वर की मर्जी है. '' विजयलक्ष्मी ने कहा कि वह अपनी भूमिका को लेकर किसी भी तरह के अवांछित विवाद से बचने के लिए वाईएसआर कांग्रेस के मानद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रही हैं. गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से खबरें आ रही थीं कि जगनमोहन रेड्डी और शर्मिला के बीच संपत्ति से जुड़े मुद्दों को लेकर सब कुछ ठीक नहीं है. खबरों के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में दोनों के बीच कड़वाहट काफी बढ़ गई है और विजयलक्ष्मी अपने बेटे से अलग रह रही हैं.
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