फरीदाबाद:
यमुना को बचाने के लिए वृंदावन से शुरू हुई पदयात्रा फरीदाबाद में रोकी गई। यात्रा को आज दिल्ली पहुंचना था। ये लोग दिल्ली पहुंचकर जंतर-मंतर पर धरना देने की तैयारी में थे।
यह यात्रा 1 मार्च को वृन्दावन से रवाना हुई थी। यमुना रक्षक दल और किसान नेताओं का कहना है कि सरकार अपने वादों से मुकर रही है और इसलिए वह अब आंदोलन पर उतर आए हैं।
इन लोगों का कहना है कि 2011 में यमुना बचाओ आंदोलन शुरू हुआ था और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केंद्रीय मंत्रियों ने उन्हें यमुना की सफाई का भरोसा दिया था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इन लोगों ने ऐलान किया है कि अगर इनकी मांगे नहीं मानी गईं तो इस बार ये लोग संसद का घेराव भी करेंगे।
यह यात्रा 1 मार्च को वृन्दावन से रवाना हुई थी। यमुना रक्षक दल और किसान नेताओं का कहना है कि सरकार अपने वादों से मुकर रही है और इसलिए वह अब आंदोलन पर उतर आए हैं।
इन लोगों का कहना है कि 2011 में यमुना बचाओ आंदोलन शुरू हुआ था और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केंद्रीय मंत्रियों ने उन्हें यमुना की सफाई का भरोसा दिया था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इन लोगों ने ऐलान किया है कि अगर इनकी मांगे नहीं मानी गईं तो इस बार ये लोग संसद का घेराव भी करेंगे।
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