पश्चिम बंगाल उच्च शिक्षा परिषद ने 12वीं कक्षा के लिए प्रथम-भाषा बंगाली के प्रश्न पत्र में गड़बड़ी होने पर हंगामा शुरू होने के एक दिन बाद बुधवार को कहा कि प्रूफ-रींडिंग के दौरान परीक्षा पत्र में गलती हुई और मूल प्रश्न पत्र में गलत सूचना नहीं थी. दरअसल, एक प्रश्न में परीक्षार्थियों से चार बातों को ध्यान में रखते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर एक निबंध लिखने के लिए कहा गया था जिनमें से एक उनके आईसीएस परीक्षा पास करने को लेकर था. बहरहाल, प्रश्न पत्र में ‘आईसीएस' के बजाय ‘आईएएस' लिखा हुआ था. गौरतलब है कि आजादी से पहले सिविल सेवकों के लिए होने वाली परीक्षा को आईसीएस के रूप में जाना जाता था.
पश्चिम बंगाल उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष चिरंजीव भट्टाचार्य ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘परीक्षा पत्र बनाने वाले ने आईसीएस ही लिखा था जिसे प्रूफ रीडर्स ने अनजाने में आईएएस कर दिया. यह जानबूझकर नहीं किया गया. उन्हें यह मालूम नहीं था कि ब्रिटिश शासित भारत में आईएएस को आईसीएस कहा जाता था.'' शिक्षाविद पवित्र सरकार ने इस गलती को ‘‘प्राधिकारियों की तरफ से गंभीर चूक'' बताया.
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