कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि अगर वो चुनाव जीतते हैं तो कोई रिमोट कंट्रोल अध्यक्ष नहीं होंगे. एनडीटीवी से खास बातचीत में खड़गे ने कहा कि मेरा 55 साल का राजनीतिक करियर है. कोई भी आदमी अगर इस तरह की बात करता है तो वह मेरे स्वाभिमान को चोट पहुंचाता है. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के पास अनुभव है, इसीलिए संगठन को मजबूत करने के लिए हमारा फर्ज है कि उनका मार्गदर्शन लें.
एनडीटीवी के मनोरंजन भारती ने कांग्रेस प्रमुख का चुनाव लड़ रहे मल्लिकार्जुन खड़गे से विभिन्न मुद्दों पर खास बातचीत की. यहां पढ़ें पूरा इंटरव्यू...
मनोरंजन भारती- आपने कब तय किया कि आपको अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ना है?
मल्लिकार्जुन खड़गे-देखिए, ये मेरा इंडिविजुअल नहीं, ये सीनियर लीडर्स का फैसला है. हमारे सारे सीनियर लीडर आए और बोले कि आपको चुनाव लड़ना होगा. मैंने कहा कि और लोग भी हैं तो उन्होंने बोला कि नहीं, जो हमारे कार्यक्रम हैं, हमारी विचारधारा है, हमारी आइडोलॉजी है, उसको लेके चलने के लिए, जैसे आदमी की जरूरत है, वो आप हैं. इसीलिए आप इस चुनाव में उतरिए. हम सभी लोग आपको सपोर्ट करके जिताएंगे. आपने देखा होगा कि मेरे नॉमिनेशन में ये सभी सीनियर लीडर मेरे साथ थे.
मनोरंजन भारती- कहा जाता है कि शायद आप अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए दस जनपथ का इंतजार कर रहे थे या उनकी मूक सहमति का. वो मिला तब आप आगे बढ़े.
मल्लिकार्जुन खड़गे- देखिए, लोग बाहर से ऐसे ही सवाल उठाते हैं. रिमोट कंट्रोल की बात करते हैं. इसमें कोई सच्चाई नहीं. मैं ऐसी बातों की निंदा करता हूँ . मेरा पचपन साल का राजनीतिक करियर है. कोई भी आदमी अगर इस तरह की बात करता है तो वह मेरे स्वाभिमान को चोट पहुंचाता है. गांधी परिवार ने देश की इतना सेवा की है. उन्होंने देश के लिए त्याग किया है. सोनिया गांधी की बीस साल की अध्यक्षता में तो दस साल हमारी सरकार रही. वह चाहतीं तो खुद प्रधानमंत्री बन जातीं लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्होंने कांग्रेस की आइडियोलॉजी, संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए काम किया. गरीबों के लिए योजनाएं बनाने का काम किया. संगठन मजबूत करने के लिए हमारा फर्ज है कि उनका मार्गदर्शन लें.
मनोरंजन भारती-सर, आपका इतना लंबा करियर है. आपको नहीं लगता कि अध्यक्ष पद का चुनाव सर्वसम्मति से होना चाहिए था? 137 साल के कांग्रेस के इतिहास में केवल चार बार चुनाव हुए हैं. आपके विपक्षी उम्मीदवार सवाल उठा रहे हैं और दावा कर रहे कि केवल वही कांग्रेस में बदलाव ला सकते हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे-देखिए, मैं किसी और पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. किसी और की बात नहीं करना चाहता हूं. मैं जब चुनाव में हूं तो मेरे लोग अन्य लोगों से बात तो करेंगे ही. नहीं तो कल के दिन लोग कहेंगे कि किसी से बात भी नहीं कर रहे. मेरा हमेशा से ये रहा है कि मैं अकेला कुछ नहीं कर सकता. हम सब मिलके काम कर सकते हैं.
मनोरंजन भारती-आपको लगता है दोनों कैंडिडेट के बीच कोई डीबेट होना चाहिए. कुछ ऐसी ऐसी बात भी हो रही है क्या. आप इस पर क्या सोचते हैं?
मल्लिकार्जुन खड़गे-यह सब विपक्ष का विचार होगा. ये घर का मामला और संगठन है. अगर डीबेट करना है तो इंफ्लेशन के खिलाफ करो. बेरोजगारी पर डीबेट करो. चुनाव हमारा इंटरनल मामला है और एक जगह हम होते हैं तो डीबेट भी होता है.
मनोरंजन भारती-आपके एज के बारे में भी काफी कुछ कहा जा रहा है. आप इस पर क्या कहेंगे?
मल्लिकार्जुन खड़गे-उम्र इससे तय होता है कि अब आपकी मंशा क्या है और आपका कमिटमेन्ट क्या है? आप किस विचारधारा के हो और उसको अनुशासन में लाने की आपमें शक्ति है या नहीं? उनकी उम्र हो गई, वो कमजोर है या फलाना है, ये बातें नहीं आती हैं. बहुत से लीडर हैं, जिन्हेंने 75-80 साल में अच्छा काम किया.
मनोरंजन भारती-चौबीस साल बाद कोई गैर गांधी कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठेगा. कितना चुनौती है आपके लिए?
मल्लिकार्जुन खड़गे- देखिए, जब संगठन है तो साथ में चुनौतियां भी होती हैं. चुनौतियों का मुकाबला करके हम जब आगे बढे़ंगे, तभी संगठन को भी फायदा होगा. देश को भी फायदा होगा. आज चंद लोग संविधान पर सवाल उठा रहे हैं, ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल कर लोगों को डरा रहे हैं, इसको रोकना है. इसको रोकने के लिए हम सब लोगों को मिलके काम करना है.
मनोरंजन भारती-आप क्या मानते हैं? 2024 में बीजेपी को हराया जा सकता है?
मल्लिकार्जुन खड़गे- पंडित जवाहरलाल नेहरू जी इतने पब्लिक सेक्टर लाए. जिस देश में एक सुई नहीं बनती थी, उस देश में रॉकेट बनाने का काम उन्होंने किया. आप बताओ कौन सा काम इस सरकार ने किया? कांग्रेस इन्हें हराकर दिखाएगी. देखो, ये संगठन का चुनाव है. घर की बात है. इसके बाद सभी स्तर पर संगठन में चुनाव कराए जाएंगे.
मनोरंजन भारती-अच्छा, अध्यक्ष बनने के बाद आप क्या जरूरत पड़ी तो गांधी परिवार के पास जाएंगे?
मल्लिकार्जुन खड़गे-गांधी परिवार को अलग क्यों कर रहे हैं? वो कांग्रेस से जुडे़ हुए हैं, कांग्रेस में हैं और ये बात आपको मानना पडे़गा कि उनके त्याग और बलिदान से पार्टी को बहुत कुछ मिला है. हमने क्या दिया, उनको क्या प्राइम मिनिस्टर बनाया? उनको कोई मिनिस्टर बनाया? उन्होंने तो दूसरों को सब कुछ दिया और ऐसे परिवार पर टिप्पणी करेंगे.
मनोरंजन भारती-सर, राहुल गांधी की भारत यात्रा के बारे में आप क्या कहेंगे?
मल्लिकार्जुन खड़गे-लोग आ रहे हैं. उनके साथ सड़क पर चल रहे हैं . पहले तो आप राहुल जी को इतना क्रिटिसाइज करते थे. वो घर में बैठते हैं. निकलते नहीं. विदेश चले जाते हैं. अब जब उन्होंने चलना शुरू किया है तो बीजेपी घबरा गई है. इसीलिए बार-बार उनका नाम लेकर क्रिटिसाइज करते हैं. अरे, वो अध्यक्ष छोड़िए, वो तो प्राइम मिनिस्टर नहीं बने. फिर डर क्यों?
बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे, वर्ष 1972 में पहली बार विधायक चुने गए थे. अब तक नौ बार विधायक रहे हैं. 2014 में लोकसभा के लिए चुने गए और पांच सालों तक लोकसभा में विपक्ष के नेता रहे .अभी राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं. करीब 53 साल का उनका राजनीतिक करियर है.
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