22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. यह दिन पूरे देश और दुनिया के लिए ऐतिहासिक होने वाला है. ऐसे में गर्भवती महिलाएं डॉक्टर से खास अनुरोध कर रही हैं. महिलाएं 22 जनवरी को ही डिलीवरी कराने का अनुरोध कर रहीं हैं. लखीमपुर शहर की रहने वाली अनीता चक्रवती की जनवरी के आखिरी हफ्ते में डिलीवरी होनी है. उनकी मंशा है कि 22 जनवरी यानी अयोध्या धाम में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन उनके घर में नया मेहमान आए. इसके लिए वह जिला अस्पताल के डॉक्टर के संपर्क में भी हैं.
कुछ ऐसी ही इच्छा महिला अस्पताल में डॉक्टर को दिखाने आई रेनू सिंह भी जताती हैं. रेनू सिंह को डॉक्टर ने 24 जनवरी की संभावित तारीख दी है. रेनू सिंह का कहना है कि उन्होंने डॉक्टरों से अनुरोध किया है कि संभव हो तो उनका सिजेरियन 22 जनवरी की महत्वपूर्ण तारीख पर हो. वह अपने बच्चों का नाम राम या जानकी रखना चाहती हैं. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने अभी कुछ स्पष्ट नहीं किया है. लेकिन 22 जनवरी को सिजेरियन कराने के लिए वह पूरी तरह तैयार हैं.
जिले में अनीता और सुधा ही नहीं कई गर्भवती महिलाएं हैं,जो चाहती है कि उनके घर में नए मेहमान की किलकारी 22 जनवरी को अयोध्या धाम में प्राण प्रतिष्ठा के दिन गूंजे. इसके लिए महिलाएं जिला अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों तक डॉक्टर के संपर्क में हैं. इनमें से वे महिलाएं ज्यादा है जिनकी डिलीवरी की संभावित तारीख 20 से 24 जनवरी के बीच है. यह महिलाएं 22 जनवरी को नन्हे मेहमान की चाहत में सिजेरियन प्रसव के लिए भी तैयार हैं.
जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ ज्योति मेहरोत्रा बताती हैं कि सबको इतनी उत्सुकता है कि इतने साल बाद राम जी का प्राण प्रतिष्ठा हो रहा है अयोध्या में हम लोगों के साथ-साथ सभी लोग उत्सुक हैं. उस दिन कुछ ना कुछ तो स्पेशल होगा. डॉ ज्योति बताती है कि लोगों की इच्छा है की 22 तारीख को जितनी ज्यादा नॉर्मल डिलीवरी हो जाए या सिजेरियन हो जाए जो भी होगा बहुत अच्छा ही होगा.
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