तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने पार्टी सहयोगी साकेत गोखले की दो सप्ताह से भी कम समय में तीसरी बार गिरफ्तारी की निंदा की है. उन्होंने इसे "उत्पीड़न" कहा है. सत्तारूढ़ बीजेपी का नाम लिए बिना मोइत्रा ने ट्वीट किया कि बार-बार की गिरफ्तारियों को "लोग देख सकते हैं."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य और बीजेपी शासित राज्य गुजरात में पुलिस ने साकेत गोखले को कथित रूप से धन का दुरुपयोग करने के आरोप में कल शाम को गिरफ्तार किया. यह धन तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता ने क्राउड फंडिंग के माध्यम से जुटाया था.
महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, "केवल 15 दिनों के भीतर, टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले को तीन बार गिरफ्तार किया गया है. इस तरह का उत्पीड़न कभी भी लंबे समय तक काम नहीं आता है. लोग इसे देख सकते हैं, इससे विपक्ष और मजबूत होगा."
Within a span of just 15 days, TMC Nat'l Spokesperson @SaketGokhale has been arrested thrice.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) December 30, 2022
Harassment of this kind never pays in long run. People can see through this & opposition emerges stronger.
साकेत गोखले को गुरुवार को तीसरी बार गिरफ्तार किया गया. उनको गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया था. साकेत गोखले को पहली बार 6 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुजरात की मोरबी यात्रा से जुड़ी फर्जी खबरें साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. तब मोरबी में एक पुराना सस्पेंशन ब्रिज गिर गया था, जिसमें 135 लोग मारे गए थे.
कई लोगों ने कहा था कि गोखले द्वारा पीएम मोदी की मोरबी यात्रा की लागत पर साझा की गई जानकारी अत्यधिक बढ़ा-चढ़ाकर पेश की गई थी. गोखले को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था, लेकिन बाद में मोरबी में पुलिस ने उनको उसी मामले में फिर से हिरासत में ले लिया था. तृणमूल नेता अगले दिन जमानत पर बाहर आ गए थे.
साकेत गोखले ने ट्वीट किया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने कथित प्रक्रिया का पालन किए बिना उन्हें गिरफ्तार करने के लिए गुजरात पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
साकेत गोखले ने गुरुवार को ट्वीट किया "यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने तीन सप्ताह पहले मेरी गिरफ्तारी के संबंध में गुजरात पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज किया है. यह मामला मुझे बिना ट्रांजिट रिमांड के (और स्थानीय पुलिस को सूचित किए बिना) जयपुर से अहमदाबाद तक अवैध हिरासत में ले जाने का है."
Glad to announce that National Human Rights Commission (NHRC) has registered a case against Gujarat Police regarding my arrest 3 weeks ago.
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) December 29, 2022
The case is for taking me into illegal custody without a transit remand (and without informing local police) from Jaipur to Ahmedabad. pic.twitter.com/BXR2d6vCDh
तृणमूल के प्रवक्ता ने ट्वीट किया, "कानून की धज्जियां उड़ाना, लोगों को अवैध हिरासत में गेस्टापो-शैली में आधी रात में राज्य की सीमा से पार ले जाना ले जाना भाजपा की पहचान बन गई है. जैसा कि मैंने कहा था - मैं लड़ूंगा. और पहले से कहीं ज्यादा मजबूती से लड़ूंगा."
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