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WinZO ऐप के प्रमोटर्स पर ED का शिकंजा: मनी लॉन्ड्रिंग केस में दो लोग गिरफ्तार, 505 करोड़ रुपये फ्रीज

सरकार ने 22 अगस्त 2025 से देश में Real Money Games पर बैन लगा दिया था, इसके बावजूद WinZO के पास अभी भी 43 करोड़ रुपये ऐसी राशि के रूप में पड़े हैं जिन्हें कंपनी ने गेमर्स को वापस नहीं किया. 

WinZO ऐप के प्रमोटर्स पर ED का शिकंजा: मनी लॉन्ड्रिंग केस में दो लोग गिरफ्तार, 505 करोड़ रुपये फ्रीज
प्रतीकात्मक तस्वीर
  • ED ने ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग ऐप WinZO के प्रमोटर्स पावन सिंह नंदा और सौम्या राठौर को गिरफ्तार किया है
  • ED ने दिल्ली और गुरुग्राम में चार ठिकानों पर छापे मारकर 505 करोड़ रुपये की संपत्ति फ्रीज की है
  • जांच में पता चला कि WinZO भारत से विदेशों में भी रियल मनी गेम्स चला रही थी, जबकि देश में बैन लगा था
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नई दिल्ली:

ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग ऐप WinZO के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है. एजेंसी ने ऐप के प्रमोटर्स पावन सिंह नंदा और सौम्या राठौर को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. ED की यह कार्रवाई पिछले कुछ दिनों से जारी जांच का हिस्सा है, जिसमें एजेंसी ने विन्ज़ो ऐप पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

चार ठिकानों पर छापे, 505 करोड़ रुपये फ्रीज़

पिछले हफ्ते 18 से 22 नवंबर 2025 के बीच ED की बेंगलुरु ज़ोनल ऑफिस ने दिल्ली और गुरुग्राम में चार जगहों पर छापेमारी की थी. इन छापों के दौरान लगभग 505 करोड़ रुपये के अपराध से कमाई रकम  को फ्रीज कर दिया गया है. इसमें बैंक बैलेंस, बॉन्ड, एफडीआर और म्यूचुअल फंड शामिल हैं. WinZO Games Pvt. Ltd. भारत से चलने वाला एक ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म है.

शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि उनके KYC का गलत इस्तेमाल कर बड़ी धोखाधड़ी की गई, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हुआ. जांच में ED को पता चला कि WinZO कंपनी भारत में बैठकर ब्राज़ील, अमेरिका और जर्मनी जैसे देशों में भी रियल मनी गेम्स चला रही थी, और वह भी उसी ऐप/प्लेटफॉर्म से जिसे भारतीय यूजर्स इस्तेमाल करते हैं.

सरकार ने 22 अगस्त 2025 से देश में Real Money Games पर बैन लगा दिया था, इसके बावजूद WinZO के पास अभी भी 43 करोड़ रुपये ऐसी राशि के रूप में पड़े हैं जिन्हें कंपनी ने गेमर्स को वापस नहीं किया. 

ED ने यह भी पाया कि कंपनी ग्राहकों को यह बताए बिना एल्गोरिथ्म/सॉफ्टवेयर के खिलाफ गेम खेलने पर मजबूर करती थी जबकि खिलाड़ी यह समझते थे कि वे असली लोगों से खेल रहे हैं. इसके अलावा WinZO ने ग्राहकों के वॉलेट से पैसे निकालने पर रोक लगाई या उसे सीमित किया और इसी तरीके से कंपनी ने लाखों यूज़र्स से ‘बेट अमाउंट' के रूप में अवैध कमाई की, जो सीधे उसके बैंक खातों में जाती थी.

जांच में एक और बड़ा खुलासा हुआ WinZO ने भारत में कमाए गए फंड को विदेशों (खासकर अमेरिका और सिंगापुर) में ओवरसीज़ निवेश के नाम पर भेजा. ED के अनुसार, करीब 55 मिलियन USD (लगभग 489.90 करोड़ रुपये) अमेरिका में WinZO US Inc. नाम की कंपनी के बैंक खाते में डाले गए.

ED का दावा है कि यह एक शेल कंपनी है, क्योंकि सभी ऑपरेशंस और बैंकिंग कामकाज भारत से ही होते हैं. WinZO ऐप पर ED की कार्रवाई के बाद रियल मनी गेमिंग इंडस्ट्री में हलचल मच गई है. कंपनी के प्रमोटर्स की गिरफ्तारी, 505 करोड़ रुपये फ्रीज़ होने और अंतरराष्ट्रीय फंड डायवर्ज़न जैसे आरोपों ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीर बना दिया है. ED अब इस केस में आगे और भी गिरफ्तारी और गहरी जांच की संभावना जताई जा रही है.

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