उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (UCC) कानून लाए जाने को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन का कहना है कि अगर इस बिल में कोई ऐसी बात नहीं है, जो कुरान में नहीं, तो हम इसका विरोध नहीं करेंगे. एसटी हसन ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि दुनिया भर के मुसलमान कुरान को फॉलो करते हैं, अगर उसके खिलाफ यूसीसी बिल नहीं है, तो हमें कोई एतराज नहीं है.
सपा सांसद एसटी हसन ने कहा, "हम कुरान के हिदायत से अपनी जिंदगी गुजारते हैं. अगर यूसीसी बिल कुरान के खिलाफ होगा, तो हम इसका विरोध करेंगे. हालांकि, मुझे तो समझ में नहीं आ रहा है कि इस कानून को लाने की जरूरत क्या है? ये लोग केवल देश को बांटना चाहते हैं, उनके पास बताने के लिए और कुछ नहीं है. 76 साल से देश चल रहा है, किसी को कोई परेशानी नहीं है. किसी ने कुछ शिकायत भी नहीं की है, फिर ये बिल क्यों लाया गया."
तीन तलाक के बिल पर एसटी हसन ने कहा, "तलाक का कानून पास किया, लेकिन उसका गलत इस्तेमाल हो रहा है. देखिए, यह मुमकिन नहीं है... क्योंकि हर धर्म के रीति-रिवाज अलग-अलग है. हर धर्म अपने हिसाब से चलता है...किसी का कानून किसी पर आप लागू नहीं कर सकते हैं."
उत्तराखंड विधानसभा में UCC यानी समान नागरिक संहिता बिल पेश हो गया है. कानून बनने के बाद उत्तराखंड आज़ादी के बाद यूसीसी लागू करने वाला देश का पहला राज्य हो जाएगा. विधानसभा में BJP के पास पूर्ण बहुमत है. ऐसे में इस विधेयक का पास होना तय माना जा रहा है. उत्तराखंड विधानसभा का 4 दिन का विशेष सत्र सोमवार से शुरू हुआ है. इससे पहले रविवार को इस विधेयक को कैबिनेट की मंज़ूरी मिली थी.
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