नई दिल्ली: विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन के प्रमुख सहयोगी दलों के बीच समीकरणों को लेकर उथल-पुथल चल रही है. इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि 'इंडिया' गठबंधन बिहार में एक साथ लोकसभा चुनाव लड़ेगा. वहीं उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी को भी इस विपक्षी समूह का हिस्सा बताया.
अपनी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, राहुल गांधी ने कहा, "यदि आप ममता जी के बयानों को देखें, तो वो पूरी तरह से इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं. बेशक, नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन छोड़ दिया है और वो बीजेपी में चले गए हैं, लेकिन आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उनके जाने के क्या कारण हैं.''
राहुल गांधी ने कहा, "हम बिहार में इंडिया गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ेंगे. मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि हमारे कई साथी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं." कांग्रेस नेता के इस आत्मविश्वास ने कई लोगों को अचरज में डाल दिया है, क्योंकि ममता बनर्जी ने बार-बार कहा है कि वो पश्चिम बंगाल में अकेले भाजपा से मुकाबला करेंगी और लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन पर विचार करेंगी. हालांकि कुछ रिपोर्टों में सुझाव दिया गया है कि उन्होंने अपना रुख नरम कर लिया है और कांग्रेस के लिए पांच लोकसभा सीटें छोड़ने को तैयार हैं, लेकिन कट्टर प्रतिद्वंद्वी सीपीएम के साथ तृणमूल का समीकरण एक बाधा बन सकता है.
ममता बनर्जी ने पहले कांग्रेस पर चुनाव में भाजपा की सहायता के लिए सीपीएम से हाथ मिलाने का आरोप लगाया था.
वहीं बिहार में, विपक्षी गुट को उस समय भारी झटका लगा, जब इसके प्रमुख वास्तुकारों में से एक, जनता दल युनाइटेड के प्रमुख नीतीश कुमार ने पिछले महीने के अंत में पाला बदल लिया और भाजपा से हाथ मिला लिया. अब इंडिया गठबंधन इस महत्वपूर्ण राज्य में अच्छी संख्या में लोकसभा सीटें जीतने के लिए महागठबंधन के लालू यादव के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और वाम दलों पर भरोसा कर रहा है. पंजाब में भी गठबंधन कमजोर स्थिति में है, जहां आम आदमी पार्टी ने कहा है कि वो सभी 13 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. उत्तर प्रदेश में स्थिति स्पष्ट नहीं है, जिसमें 80 लोकसभा सीटें हैं, समाजवादी पार्टी इस बारे में मिश्रित संकेत दे रही है कि वो कांग्रेस के लिए कितनी सीटें छोड़ने को तैयार है.