हेमंत सोरेन अपने भाई-भाभी को छोड़कर पत्नी कल्पना सोरेन को क्यों बनाना चाहते हैं CM? जानें एक्सपर्ट की राय

Hemant Soren News: सीएम के लिए अगर कल्पना सोरेन के नाम पर सहमति नहीं बनी तो वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन का नाम आगे बढ़ाया जा सकता है, जिनके नाम पर किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी.

Jharkhand CM Hemant Soren: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren)आज ED के सामने पेश होंगे. अगर वे गिरफ्तार हुए तो क्या पत्नी कल्पना सोरेन सीएम की कुर्सी संभालेंगी, सूत्रों के मुताबिक- हेमंत सोरेन अपने विधायकों को पूरा प्लान समझा चुके हैं. वरिष्ट पत्रकार और झारखंड की राजनीति पर करीबी नजर रखने वाले राजेंद्र तिवारी ने इस पूरे मामले समझाया है. गिरफ्तारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की संभावना कम ही लगती है कि हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया जाएगा, हालांकि कल के घटनाक्रम से ऐसा माहौल जरूर बना है कि हेमंत को गिरफ्तार किया जा सकता है. इसे लेकर हेमंत खुद भी तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने सहयोगियों और विधायकों के साथ कई बैठकें की हैं. बैठक में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं.

क्या कल्पना सोरेन को पार्टी में कोई पद दिया गया है, वह किस हैसियत से बैठक में शामिल हुईं?

इस सवाल पर उन्होंने बताया कि वो किस हैसियत से बैठक में शामिल हुईं, ये कहना मुश्किल है. वह सीएम की पत्नी हैं और इस बात की चर्चा है कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की सूरत में वह सीएम बनाई जा सकती है. लेकिन कांग्रेस ने कहा कि अपनी पार्टी से वरिष्ठ नेता को सामने लाएं. यानी मुझे नहीं लगता कि इस फैसले पर सहमति अभी तक बनी है.

कल्पना सोरेन ओडिशा से हैं, तो क्या वह सीएम बन सकती हैं?

इस सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि रघुवर दास पहले सीएम बन चुके हैं, जबकि वे छत्तीसगढ़ से आते हैं. लेकिन एक पेंच ये है कि वह ओडिशा से तो हैं, लेकिन आदिवासी समुदाय से नहीं आतीं, तो वह रिजर्व सीट से चुनाव नहीं लड़ सकतीं.उनके पति हेमंत सोरेन फिलहाल बरहेट विधानसभा सीट से विधायक हैं, जो अनूसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. कल्पना सोरेन ओडिशा के मयूरभंज की रहने वाली हैं, लेकिन आदिवासी नहीं है. इसलिए पति द्वारा सीट छोड़े जाने के बावजूद भी वह वहां से चुनाव नहीं लड़ सकतीं. इसलिए अनारक्षित सीट (गांडेय) खाली करवाई गई है. वह वहां से चुनाव लड़ सकती हैं.
 
क्या सोरेन परिवार में एकता नहीं है, जो उन्हें अपने भाई के बजाय पत्नी पर भरोसा है. सीएम के लिए उन्होंने अपने भाई के नाम को आगे क्यों नहीं बढ़ाया?

इस सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके परिवार में एकता नहीं दिख रही. दिवंगत बड़े भाई की पत्नी सीता सोरेन जेएमएम से विधायक हैं. वह कई बार पार्टी के खिलाफ बयान दे चुकी हैं. इसलिए उन्हें नहीं बनाया जाएगा. वहीं छोटे भाई बसंत सोरेन में वह क्षमता नहीं देखते कि वे सीएम पद संभालकर चीजों को आगे ले जा पाएंगे. वहीं पिता शिबू सोरेन की पत्नी यानी रूपी सोरेन का नाम भी सामने लाया जा सकता है, जिसमें परिवार को कोई दिक्कत नहीं होगी.

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अगर कांग्रेस कल्पना सोरेन के नाम पर नहीं मानी तो क्या होगा...?

इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर कल्पना सोरेन के नाम पर सहमति नहीं बनी तो वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन का नाम आगे बढ़ाया जा सकता है, जिनके नाम पर किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी.

जब हेमंत सोरेन को लापता करार दिया गया

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बता दें कि सोमवार को भी ईडी पूछताछ के लिए उनका दिल्ली आवास पर इंतजार करती रही, जब वो नहीं मिले तो उनके लापता होने की खबरें फैलने लगीं. हेमंत सोरेन जिस चार्टर्ड विमान से दिल्ली पहुंचे थे, वह इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर खड़ा रहा, लेकिन वे वापस उससे लौटे नहीं. बल्कि ईडी को चकमा देकर वे सड़क मार्ग से 1200 किलोमीटर का सफर तय कर रांची पहुंच गए. वहीं दूसरी ओर ईडी की एक टीम उनका एयरपोर्ट पर भी इंतजार करती रही. पार्टी की नेता महुआ मांझी ने कहा कि लापता होने की खबरें बकवास हैं. हेमंत ने ईडी को कहा है कि वह 31 जनवरी को पेश होंगे तो ये खबरें क्यों फैलाई जा रही हैं. वहीं बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने हेमंत सोरेन को 'भगौड़ा' करार दिया.