योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम की रेस में आगे (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
यूपी में सीएम के नाम का औपचारिक ऐलान विधायक दल की बैठक के बाद थोड़ी देर में होगा. सूत्रों की मानें तो योगी आदित्यनाथ यूपी के नए मुख्यमंत्री बन सकते हैं. बताया जा रहा है कि गोरखपुर से लोकसभा सांसद योगी आदित्यनाथ का नाम इसलिए चुना जा सकता है क्योंकि आरएसएस ने मनोज सिन्हा के नाम के साथ सहमति नहीं जताई है. ऐसी खबर है कि पीएम मोदी और बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने जूनियर टेलिकॉम मंत्री मनोज सिन्हा के नाम का समर्थन किया था. सूत्रों की मानें तो यूपी में दो डिप्टी सीएम हो सकते हैं - दिनेश शर्मा जो वर्तमान में लखनऊ के मेयर हैं और केशव प्रसाद मौर्य जो कि बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष हैं. मौर्य को बीजेपी में पिछड़ी और दलित जाति के एक अहम चेहरे की तरह भी देखा जाता है.
उत्तर प्रदेश में रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद से ही बीजेपी के मुख्यमंत्री को लेकर बना सस्पेंस आज खत्म होगा. केंद्रीय राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा, आठ बार के विधायक सुरेश खन्ना, सात बार के विधायक सतीश महाना समेत कई नाम इस रेस में हैं.
बताते चलें कि अजय सिंह नेगी योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड में हुआ था, उन्होंने गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया है. योगी आदित्यनाथ का नाम लोकसभा में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के सांसदों की सूची में भी शामिल है. गोखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया जिसके बाद 1998 में वह सांसद चुने गए.
इस रेस में आगे चल रहे एक और नाम मनोज सिन्हा ने एनडीटीवी से कहा कि 'मैं सीएम पद की रेस में नहीं हूं. विधायक दल और संसदीय बोर्ड सीएम तय करेगा. मैंने सीएम पद के लिए कोई दावा नहीं किया. मीडिया का कुछ धड़ा बेवजह मेरा नाम उछाल रहा है.' हालांकि आज सुबह वह वाराणसी के काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे, जिसके बाद इन कयासों को और बल मिला है. उधर, लखनऊ में बीजेपी दफ़्तर के बाहर यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के समर्थक इकट्ठा हो गए. वे लोग पीएम से केशव प्रसाद मौर्य को सीएम बनाने की मांग कर रहे थे.
वहीं लखनऊ में बीजेपी दफ्तर के बाहर योगी आदित्यनाथ के समर्थक भी उन्हें सीएम बनाने की मांग कर रहे थे. उनका कहना है कि योगी आदित्यनाथ ही सीएम के योग्य उम्मीदवार हैं. वहीं योगी खुद चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली पहुंचे और अब लखनऊ भी लौट गए हैं. उधर, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के मौजूदा राज्यपाल कल्याण सिंह के समर्थक भी उन्हें सीएम बनाने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद से ही बीजेपी के मुख्यमंत्री को लेकर बना सस्पेंस आज खत्म होगा. केंद्रीय राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा, आठ बार के विधायक सुरेश खन्ना, सात बार के विधायक सतीश महाना समेत कई नाम इस रेस में हैं.
बताते चलें कि अजय सिंह नेगी योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड में हुआ था, उन्होंने गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया है. योगी आदित्यनाथ का नाम लोकसभा में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के सांसदों की सूची में भी शामिल है. गोखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया जिसके बाद 1998 में वह सांसद चुने गए.
इस रेस में आगे चल रहे एक और नाम मनोज सिन्हा ने एनडीटीवी से कहा कि 'मैं सीएम पद की रेस में नहीं हूं. विधायक दल और संसदीय बोर्ड सीएम तय करेगा. मैंने सीएम पद के लिए कोई दावा नहीं किया. मीडिया का कुछ धड़ा बेवजह मेरा नाम उछाल रहा है.' हालांकि आज सुबह वह वाराणसी के काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे, जिसके बाद इन कयासों को और बल मिला है. उधर, लखनऊ में बीजेपी दफ़्तर के बाहर यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के समर्थक इकट्ठा हो गए. वे लोग पीएम से केशव प्रसाद मौर्य को सीएम बनाने की मांग कर रहे थे.
वहीं लखनऊ में बीजेपी दफ्तर के बाहर योगी आदित्यनाथ के समर्थक भी उन्हें सीएम बनाने की मांग कर रहे थे. उनका कहना है कि योगी आदित्यनाथ ही सीएम के योग्य उम्मीदवार हैं. वहीं योगी खुद चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली पहुंचे और अब लखनऊ भी लौट गए हैं. उधर, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के मौजूदा राज्यपाल कल्याण सिंह के समर्थक भी उन्हें सीएम बनाने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं.
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