यूपी के प्रयागराज में लग रहे महाकुंभ में लाखों साधु-संतों के साथ-साथ कई सेलेब्रिटीज भी पहुंच रहे हैं. हजारों विदेशी मेहमान भी ऐतिहासिक महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए आ रहे हैं. इनमें से एक लॉरेन पॉवेल जॉब्स भी हैं. लॉरेन पॉवेल जॉब्स एप्पल के सह-संस्थापक दिवंगत स्टीव जॉब्स की पत्नी हैं. ऐसा बताया जा रहा है कि लॉरेन पॉवेल जॉब्स महाकुंभ में कल्पवास के लिए आ रही हैं. ये महाकुंभ के प्रति गहरी आस्था ही है, जिसके चलते अरबों रुपये की संपत्ति की मालकिन प्रयागराज में कल्पवास के दौरान एकदम सादा जीवन बिताएंगी.
कौन हैं लॉरेन पॉवेल जॉब्स
लॉरेन पॉवेल का जन्म 6 नवंबर, 1963 को वेस्ट मिलफोर्ड, न्यू जर्सी में हुआ था. जब लॉरेन तीन साल की थी, तो उनके पिता का विमान दुर्घटना में निधन हो गया था. वह एक पायलट थे. पॉवेल जॉब्स ने पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में डबल डिग्री हासिल की है. द न्यू यॉर्क टाइम्स के मुताबिक, 1985 में स्नातक होने के बाद, उन्होंने गोल्डमैन सैक्स के लिए ट्रेडिंग स्ट्रेटेजिस्ट के रूप में वॉल स्ट्रीट में तीन साल काम किया. उन्होंने मेरिल लिंच एसेट मैनेजमेंट के लिए भी काम किया. पॉवेल जॉब्स ने बाद में 1991 में स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए की डिग्री प्राप्त की.
स्टीव जॉब्स से शादी... और 3 बच्चे
स्टीव जॉब्स से पॉवेल जॉब्स की पहली मुलाकात स्टैनफोर्ड यूनिवसिर्टी में हुई थी. इसके बाद उनकी कई बार अलग-अलग जगह मुलाकात हुई और इसके बाद मुलाकातों का दौर शुरू हो गया. दो साल की डेटिंग के बाद पॉवेल ने 18 मार्च, 1991 को एप्पल इंक के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ जॉब्स से विवाह किया. बाद में इस जोड़े को एक बेटा हुआ, रीड, जिसका जन्म सितंबर 1991 में हुआ. इसके बाद दो बेटियां 1995 में एरिन और 1998 में ईव हुईं.
अरबों रुपये की मालकिन हैं पॉवेल जॉब्स
पॉवेल जॉब्स अरबों रुपये की मालकिन हैं. फोर्ब्स मैग्जीन के अनुसार, पति की मृत्यु के बाद पॉवेल जॉब्स को अपने पति की संपत्ति विरासत में मिली. इसमें एप्पल स्टॉक के 5.5 मिलियन शेयर और वॉल्ट डिज़नी कंपनी में 7.3 प्रतिशत हिस्सेदारी शामिल है. वह संयुक्त राज्य अमेरिका की तीसरी सबसे अमीर महिला और दुनिया की पांचवीं सबसे अमीर महिला बन गईं. फोर्ब्स के मुताबिक, जनवरी 2025 में पॉवेल जॉब्स की कुल संपत्ति 15.5 बिलियन डॉलर है.
गरीब बच्चों की मदद भी करती हैं पॉवेल जाब्स
90 के दशक की शुरुआत में, पॉवेल जॉब्स ने टेरावेरा नामक एक प्राकृतिक खाद्य कंपनी की सह-स्थापना की, जिसका ध्यान अनाज और तिलहन जैसे जैविक कच्चे माल की क्वालिटी में सुधार करना था. इन कच्चे माल को फिर खाद्य और चारा उद्योगों में शामिल किया जाता है. लेकिन बच्चे होने के बाद पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते पॉवेल जॉब्स ने खुद को इस व्यवसाय से अलग कर लिया था. 1997 में पॉवेल जॉब्स ने कार्लोस वॉटसन के साथ मिलकर कॉलेज ट्रैक की स्थापना की. यह गैर-लाभकारी संगठन आज भी मौजूद है और ट्यूशन और मेंटरिंग के ज़रिए कम आय वाले छात्रों को कॉलेज के लिए तैयार करने में मदद करता है.
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