- कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय ने हरियाणा की शिप्रा शर्मा से जयपुर के ताज होटल में वैदिक रीति-रिवाजों से विवाह किया
- विवाह में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री और कवि कुमार विश्वास सहित कई साधु-संत मौजूद रहे
- शिप्रा शर्मा ने गहरे लाल रंग का गोल्डन जरी वाला लहंगा पहना था, जो उनके पारंपरिक और भव्य लुक को दर्शाता था
प्रसिद्ध कथावचक कृष्णचंद शास्त्री के बेटे कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय शुक्रवार को विवाह बंधन में बंध गए. हरियाणा के यमुनानगर की शिप्रा शर्मा के साथ वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार दोनों का विवाह हुआ. दिन में सात फेरे लिए, तो शाम को वरमाला हुई. यह भव्य विवाह समारोह जयपुर के आमेर स्थित ताज होटल में आयोजित किया गया, जहां बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री, कवि कुमार विश्वास समेत सैकड़ों साधु-संत शामिल हुए. इस दौरान इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा शर्मा से हर किसी की नजर हट ही नहीं रही थी. शिप्रा शर्मा गोल्डन जरी वाले लहंगे में बहुत सुंदर लग रही थीं.
इंद्रेश की दुल्हनिया पर ठहर गई सबकी नजर
इंद्रेश उपाध्याय की दुल्हनिया शिप्रा जब जयमाला के लिए स्टेज पर पहुंची, तो सबकी नजर उन पर ठहर गई. इंद्रेश उपाध्याय ने चांदी की छड़ी पकड़कर स्टेज पर एंट्री ली. इसके बाद जयमाला हुई और वहां मौजूद साधु-संतों ने दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया. शिप्रा ने गहरे लाल रंग का लहंगा पहना था, जिस पर गोल्डन जरी का काम हो रखा था. गोल्डन जरी से लहंगे पर सीक्विन और ट्रेडिशनल वर्क हो रखा था.
इसके साथ शिप्रा ने कंधे पर एक दुपट्टा डाला हुआ था, जिस पर हाथ का काम साथ नजर आ रहा था. इस दुपट्टे को गोल्ड बॉर्डर, कढ़ाई और स्टार्स ने एक अलग ही लुक दिया. इसके साथ ही शिप्रा ने माथे पर माथापट्टी पहनी हुई थी, जिससे उनका चेहरा और दमक रहा था. शिप्रा के लुक को पन्ना-चांदी की जूलरी और रॉयल लुक दे रही थी. शिप्रा इस लुक में किसी राजकुमारी से कम नहीं लग रही थीं.

अशीर्वाद देने धीरेंद्र शास्त्री, कुमार विश्वास भी पहुंचे
विवाह को खास बनाने के लिए विशेष तैयारियां की गईं थीं. शादी की मुख्य रस्में पूरी करने के लिए देश के कोने-कोने से 101 पंडितों को बुलाया गया था. इन सभी ने मिलकर करीब तीन घंटे तक मुख्य वैदिक रस्में और रीति-रिवाज पूरे कराए. विवाह के लिए तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर एक भव्य और विशेष विवाह मंडप तैयार किया गया था, जो आकर्षण का केंद्र रहा. इंद्रेश उपाध्याय की शादी में कई बड़े नाम आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे. विवाह मंडप में दूल्हे (इंद्रेश उपाध्याय) के ठीक पीछे उनके माता-पिता के साथ बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री बैठे थे. धीरेंद्र शास्त्री के अलावा, सुप्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास भी समारोह में मौजूद रहे. मुख्य विवाह रस्में संपन्न होने के बाद, शाम को जयमाला और आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देश के कई और दिग्गज कथावाचक, संत और राजनेता शामिल हो सकते हैं.

कौन हैं कथावाचक इंद्रेश की दुल्हनिया?
कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की पत्नी का नाम शिप्रा शर्मा है. वह मूल रूप से हरियाणा के यमुनानगर की रहने वाली हैं. वह एक सम्मानित परिवार से आती हैं. शिप्रा के पिता हरियाणा पुलिस में डीएसपी के पद पर रह चुके हैं. वर्तमान में उनका परिवार पंजाब के अमृतसर में रहता है. शिप्रा और उनके परिवार की गहरी धार्मिक रुचि को देखते हुए यह रिश्ता तय किया गया है.
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