मेघालय का बिर्नीहाट 2023 में भारत के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में सबसे ऊपर रहा, इसके बाद बिहार का बेगुसराय और उत्तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा रहे. बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. ‘सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर' (सीआरईए) नामक संस्था की रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्दी में उच्च वायु प्रदूषण के लिए जानी जाने वाली दिल्ली सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में आठवें स्थान पर रही.
सीआरईए के दक्षिण एशिया विश्लेषक सुनील दहिया ने कहा कि 2023 में 227 शहरों के वायु प्रदूषण संबंधी आंकड़ों का अध्ययन किया गया, इनमें से 85 शहर राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के अंतर्गत आते हैं. आंकड़ों से पता चला कि 85 एनसीएपी शहरों में से 78 में पीएम10 का स्तर राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानक (60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) से अधिक था. वर्ष 2019 में शुरू किए गए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम का लक्ष्य उन 131 शहरों में 2024 तक पीएम2.5 और पीएम10 प्रदूषकों में 20-30 प्रतिशत की कमी लाना है, जो 2011 से 2015 तक निर्धारित वायु गुणवत्ता मानकों को पूरा नहीं कर पाए.
एनसीएपी के अंतर्गत आने वाले बिर्नीहाट में 2023 में उच्चतम वार्षिक औसत पीएम10 सांद्रता 301 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई, जबकि असम के सिलचर में सबसे कम पीएम10 स्तर दर्ज किया गया, जो 29 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा. बिहार में बेगुसराय (औसत वार्षिक पीएम 10 स्तर 265 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) और उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा (228 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे. शीर्ष 50 प्रदूषित शहरों में 18 बिहार के, हरियाणा के आठ और राजस्थान के आठ शहर हैं.
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