क्या है दिल्ली शराब नीति घोटाला मामला? अब तक किन-किन नेताओं से हो चुकी है पूछताछ

आखिर क्या है शराब नीति(Delhi Excise Policy Corruption Case) जिसको दिल्ली सरकार ने बनाया तो रेवेन्यू बढ़ाने और शराब की कालबाजारी रोकने के लिए था लेकिन ये पॉलिसी अब सरकार के ही गले ही हड्डी बन गई है.

दिल्ली की नई शराब नीति घोटाला मामले (Delhi Excise Policy Corruption Case) में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले मनीष सिसोदिया और अब संजय सिंह, एक के बात एक नेता जांच एजेंसी के रडार पर आ रहे हैं. ईडी की टीम आज (बुधवार) सुबह-सुबह ही AAP राज्यसभा सांसद संजय सिंह के घर पूछताछ और तलाशी लेने के लिए पहुंची. काफी देर तक ईडी के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की. अब ऐसे में आपको लग रहा होगा कि आखिर क्या है ये शराब नीति? जिसको दिल्ली सरकार ने बनाया तो रेवेन्यू बढ़ाने और शराब की कालबाजारी रोकने के लिए था लेकिन ये पॉलिसी अब सरकार के ही गले ही हड्डी बन गई है. कथित शराब घोटाला मामले में AAP सरकार के नेता जांच एजेंसी के निशाने पर हैं. और अब तक किन-किन नेताओं से इस मामले में ईडी पूछताछ कर चुकी है. 

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क्या है नई शराब नीति घोटाला मामला?

दिल्ली के आबकारी विभाग के प्रमुख रहते हुए मनीष सिसोदिया ने मार्च 2021 में नई एक्साइज पॉलिसी का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि नई नीति के तहत शराब की बिक्री में सरकार का कोई रोल नहीं होगा. शराब को सिर्फ निजी दुकानों को ही बेचने की अनुमति होगी. इसके लिए न्यूनतम 500 वर्ग फ़ुट क्षेत्र में दुकानें खोली जाएंगी और दुकान का कोई भी काउंटर सड़क पर नहीं होगा. शराब की दुकानों का सामान दिल्ली में बेचा जाएगा, नई नीति से उन्होंने रेवेन्यू में 1500-2000 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी की उम्मीद जताई थी. नई नीति में कहा गया था कि दिल्ली में शराब की कुल दुकाने पहले की तरह 850  ही रहेंगी. दिल्ली की नई शराब बिक्री नीति के तहत, शराब की होम डिलीवरी और दुकानों को सुबह 3 बजे तक खुले रहने की परमिशन दी गई है.  लाइसेंसधारी शराब पर असीमित छूट भी दे सकते हैं. इसके बाद नवंबर 2021 में नई शराब नीति लागू कर दी गई थी.

हालांकि, दिल्ली सरकार की यह नीति जल्द ही मुश्किल में पड़ गई. दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मामले में गड़बड़ी का अंदेशा जताया.  जुलाई 2022 में दिल्ली के मुख्य सचिव की रिपोर्ट के आधार पर मनीष सिसोदिया पर नियमों को तोड़ने-मरोड़ने और शराब के लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ प्रदान करने का आरोप लगाते हुए, राज्यपाल ने सीबीआई जांच के आदेश दिए. जिसके बाद सीबीआई ने 19 अगस्त को मनीष सिसोदिया के घर पर छापेमारी की थी. 

  • 11 दिसंबर 2022 को सीबीआई ने के कविता से की थी पूछताछ
  • सितंबर 2022 में ED ने शराब कारोबारी समीर महेंद्रू को लंबी पूछताछ के बाद किया था गिरफ्तार
  • सितंबर 2022 में CBI ने विजय नायर को पूछताछ के बाद किया था गिरफ्तार
  • 27 फरवरी 2023 को CBI ने की मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी
  • 16 अप्रैल 2023 को CBI ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था.
  • 9 मार्च को ED ने पूछताछ के बाद सिसोदिया को किया गिरफ्तार
  • सितंबर 2023 में CBI ने पंजाब के10 अफसरों को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया-सूत्र

सिसोदिया समेत इन नेताओं से भी हुई पूछताछ

सीबीआई ने सिसोदिया के घर समेत 31 जगहों पर छापेमारी की थी. जिसके बाद मनीष सिसोदिया ने कहा था कि जांच में कुछ भी नहीं मिला. 27 फरवरी को करीब 8 घंटे की पूछताछ के बाद सीबीआई ने सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था.  सिसोदिया से पहले जांच एजेंसी ने विजय नायर, समीर महेंद्रू और अभिषेक बोइनपल्ली को गिरफ्तार किया था. शराब घोटाला मामले में सिसोदिया की चौथी गिरफ्तारी थी. 

इस बीच ईडी ने भी अलग से मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाते हुए एक जांच शुरू की और उन्होंने दावा किया था कि "साउथ ग्रुप" नामक एक शराब लॉबी ने गिरफ्तार व्यवसायियों में से एक के माध्यम से आम आदमी पार्टी को रिश्वत में कम से कम 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. 9 मार्च को ईडी ने तिहाड़ जेल में सिसोदिया से लंबी पूछताछ के बाद उनको गिरफ्तार कर लिया था. 

KCR की बेटी के कविता से भी पूछताछ

शराब नीति घोटाला मामले में तेलंगाना के सीएम केसीआर की बेटी के कविता का नाम आने से हर कोई चौंक गया. सभी यह सोच रहे थे कि आखिर दिल्ली शराब नीति घोटाले से तेलंगाना के सीएम की बेटी का क्या लेना देना. 2 दिसंबर 2022 को सीबीआई ने के कविता को समन भेजकर गवाह के तौर पर पेश होने के लिए बुलाया था. इसके बाद कविता ईडी के भी रडार पर आ गईं. सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद 11 मार्च 2023 को ईडी ने करीब 9 घंटे तक के कविता से पूछताछ की थी. उनसे हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई के बयानों को लेकर पूछताछ की गई थी.

सूत्रों के मुताबिकर सीबीआई ने शराब घोटाला मामले की जांच के लिए सितंबर 2023 में पंजाब के कुछ अफसरों को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया था. 16 अप्रैल 2023 को सीबीआई ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी पूछताछ के लिए बुलाया था. इसे लेकर उनको समन जारी किया गया था. 

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