
- राहुल गांधी चुनाव आयोग के खिलाफ बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं.
- बिहार में एसआईआर प्रक्रिया के पहले चरण के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से पैंसठ लाख से अधिक नाम गायब हो गए हैं.
- इंडिया गठबंधन के सांसद संसद से चुनाव आयोग मुख्यालय तक मार्च निकालने की योजना बना रहे हैं.
चुनाव आयोग के ख़िलाफ़ विपक्षी दलों ख़ास कर राहुल गांधी के तेवर सख़्त होते जा रहे हैं. संसद के मानसून सत्र के पहले दो हफ़्ते के दौरान बिहार में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के ख़िलाफ़ इंडिया गठबंधन के सांसदों ने सदन के अंदर और बाहर प्रदर्शन किया. अगले हफ़्ते दिल्ली में बड़े प्रदर्शन की तैयारी चल रही है. वहीं राहुल गांधी पांच अगस्त को बेंगलुरु में चुनाव आयोग के ख़िलाफ़ धरना प्रदर्शन के बाद एक महत्वपूर्ण खुलासा करेंगे, जिसकी तुलना वो एटम बम से कर रहे हैं. राहुल बिहार में एसआईआर के ख़िलाफ़ यात्रा भी निकालने वाले हैं.
मार्च निकालने की प्लानिंग
सूत्रों के मुताबिक, इंडिया गठबंधन के सांसद अगले हफ्ते बुधवार या गुरुवार को संसद भवन से चुनाव आयोग के मुख्यालय तक मार्च निकालने की कोशिश कर सकते हैं. इसको लेकर अंतिम फैसला सोमवार सुबह होने वाली इंडिया गठबंधन के फ्लोर लीडर्स की बैठक में लिया जाएगा. दरअसल, एसआईआर की प्रक्रिया को विपक्षी दल वोटबंदी करार दे रहे हैं. बिहार में चल रहे एसआईआर प्रक्रिया का पहला चरण पूरा होने के बाद एक अगस्त को जारी हुए ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में पहले के मुक़ाबले पैंसठ लाख से ज़्यादा नाम ग़ायब हैं. ज़ाहिर है संसद से लेकर सड़क तक विपक्षी दल इसको लेकर और आक्रामक होंगे.
संसद से सुप्रीम कोर्ट तक
बिहार में तो यह प्रक्रिया चल ही रही है, जहां तीन–चार महीने में ही चुनाव होने हैं. वहीं बंगाल जैसे राज्य में भी इसके आसार हैं, जहां अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होंगे. विपक्षी दल इस प्रक्रिया पर संसद में चर्चा चाहते हैं, जिसके लिए सरकार तैयार नहीं है. शुक्रवार को विपक्षी दलों ने इसको लेकर लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा. सुप्रीम कोर्ट भी इस प्रक्रिया की सुनवाई कर रहा है.
राहुल गांधी की योजना
दूसरी तरफ राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के ख़िलाफ़ अलग से मोर्चा खोला हुआ है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद वोटर लिस्ट को लेकर लगातार सवाल खड़े करने के बाद अब राहुल कर्नाटक में लोकसभा चुनाव से जुड़े वोटर लिस्ट को लेकर मंगलवार को बेंगलुरु में खुलासा करने का दावा कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट के तहत आने वाले महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर बाहरी लोगों के नाम जोड़े जाने को लेकर राहुल गांधी खुलासा कर सकते हैं. इसको लेकर बेंगलुरु में सत्ताधारी कांग्रेस बड़ी तैयारी कर रही है.
राहुल गांधी के पास क्या सबूत
शुक्रवार को राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास इसको लेकर सौ प्रतिशत सबूत है और छह महीने की जांच के बाद उनके हाथ जो लगा है, वो एटम बम है! उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग में जो भी काम कर रहे हैं, उन्हें वो नहीं छोड़ेंगे. राहुल गांधी के बयान पर चुनाव आयोग की भी प्रतिक्रिया आई. आयोग ने कहा कि राहुल गांधी ने आयोग को कोई पत्र नहीं लिखा है. वो अजीबोगरीब आरोप लगा रहे हैं और अब चुनाव आयोग को धमका भी रहे हैं.
बिहार को लेकर क्या
एसआईआर के ख़िलाफ़ राहुल गांधी अगस्त के दूसरे हफ्ते में बिहार में यात्रा निकालने जा रहे हैं. राहुल गांधी समेत विपक्ष यह संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि एक तरफ चुनाव आयोग बीजेपी के इशारे पर नए वोटर जोड़ रहा है तो वहीं एसआईआर के ज़रिए विपक्ष के वोट काट रहा है. चुनाव आयोग पर दबाव बना कर राहुल अपने वोटरों को गोलबंद करने के साथ सहानुभूति बटोरने की कोशिश भी कर रहे हैं.
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