
- उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बारिश से राहत मिली है जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में भारी तबाही हुई है
- हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और बाढ़ के कारण कई सड़कें बंद हैं और भारी आर्थिक नुकसान हुआ है
- उत्तराखंड के धराली में जनजीवन प्रभावित है और 1273 लोगों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकाला गया है
बारिश ने उत्तर भारत के मैदानी इलाकों न सिर्फ गर्मी और उमस से बड़ी राहत दिलाई है बल्कि मौसम भी सुहाना हो गया है. एक तरफ जहां उत्तर भारत के ज्यादातर मैदानी इलाकों में बारिश ने लोगों को कुछ दिन के लिए गर्मी से निजात दिलाई है. वहीं यही बारिश हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तबाही बनकर बरस रही है. हिमाचल में भूस्खलन और बाढ़ की वजह से कई सड़कें बंद हैं. उत्तराखंड में भी हालात ज्यादा अच्छे नहीं हैं, जहां लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है. धराली में बादल फटने के बाद से लोगों का रेस्क्यू जारी है. पहाड़ी राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है और प्रशासन राहत एवं बचाव कार्यों में जुटा हुआ है.

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दिल्ली-एनसीआर में मौसम का हाल
दिल्ली-एनसीआर में दो दिन पहले हुई तेज बारिश ने राजधानी के लोगों को बड़ी राहत दी. वहीं बीते दिन भी मौसम थोड़ा ठंडा रहा. दिल्ली में रविवार के दिन अधिकतम तापमान 33.6°C और न्यूनतम 28.3°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से काफी कम है. मौसम विभाग के अनुसार, 11 और 12 अगस्त के दिन दिल्ली में हल्की बारिश और बादल छाए रहने की संभावना है. वहीं 13 से 15 अगस्त के बीच मौसम बिल्कुल साफ रहेगा, लेकिन अब फिर से उमस बढ़ सकती है. आईएमडी ने राजधानी में आज आंधी-तूफान के साथ बारिश की संभावना जताई है और अधिकतम और न्यूनतम तापमान 34 डिग्री और 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.

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उत्तराखंड: आपदा के बीच रेस्क्यू जारी
उत्तराखंड में 14 अगस्त के दौरान ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है. बागेश्वर, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, उधम सिंह नगर और चंपावत जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है. वहीं धराली-हर्षिल क्षेत्र में आपदा के बाद अब तक 1,273 लोगों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकाला गया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाल लिया गया है और कनेक्टिविटी बहाल कर दी गई है. जबकि 13 अगस्त को उत्तराखंड के कुछ क्षेत्रों में 13 सेमी से अधिक अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान है. 14 से 16 अगस्त तक गरज के साथ बारिश जारी रहेगी. लोगों को पहाड़ी और फिसलन वाले इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई है.

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हिमाचल में भी भारी बारिश का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में सोमवार से गुरुवार तक के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. कांगड़ा, पालमपुर, धर्मशाला, सराहन जैसे क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है. वहीं राज्य में अब तक 116 मौतें, 37 लोग लापता, 360 सड़कें बंद, और ₹1,989 करोड़ का नुकसान हो चुका है. 13 से 16 अगस्त तक मंडी, कुल्लू, चंबा, शिमला जिलों में भारी बारिश की संभावना है. बादल फटने से लेकर पहाड़ी रास्तों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ की घटनाएं बढ़ सकती हैं. ऐसे में एहतियातन प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है.

तेलंंगाना में भी बारिश बारिश की चेतावनी
आईएमडी ने तेलंगाना के कई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर 17 अगस्त तक ‘भारी बारिश' की चेतावनी दी है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया, जहां शनिवार रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया था. उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित कॉलोनियों में जल निकासी व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए ताकि आगे जलभराव न हो. साथ ही 13 अगस्त की सुबह साढ़े आठ बजे से 17 अगस्त की सुबह साढ़े आठ बजे के बीच अलग-अलग स्थानों पर ‘भारी से बहुत भारी बारिश' की चेतावनी भी दी है.
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