सचिन पायलट (Sachin Pilot) की 'घर वापसी' से राजस्थान का सियासी घमासान थम गया है. उम्मीद की जा रही है कि सचिन पायलट और राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आमना-सामना होगा. राजस्थान विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने ट्वीट करके सत्र के दौरान कोरोना वायरस संकट पर खुलकर चर्चा होने की उम्मीद जताई है. उन्होंने सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष का भी सहयोग मिलने की आशा व्यक्त की है. राजस्थान विधानसभा का विशेष सत्र 14 अगस्त से शुरू हो रहा है.
मुख्यमंत्री गहलोत ने बुधवार को अपने ट्वीट में लिखा- "विधानसभा 14 अगस्त से शुरू हो रही है, मुझे उम्मीद है कि सत्र के दौरान हम राज्य में कोरोना की स्थिति और लॉकडाउन के बाद में आर्थिक रूप से जो स्थिति बनी है, उसे लेकर खुलकर चर्चा करने में सक्षम होंगे." उन्होंने अपने अगले ट्वीट में कहा, " मुझे यकीन है कि सुशासन देने में सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष का भी सहयोग मिलेगा. इससे राज्य की जनता में एक नया विश्वास पैदा होगा. "
I am sure, there will be support from ruling as well as opposition sides in providing good governance and this will give new confidence to the people in the state. #Rajasthan
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 12, 2020
कहा जा सकता है कि राजस्थान के सियासी घमासान का पटाक्षेप हो गया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने के बाद सचिन पायलट मंगलवार को जयपुर पहुंचे. इस दौरान, गहलोत के निकम्मा' टिप्पणी पर सवाल पूछे जाने पर पायलट ने कहा कि 'मैंने अपने परिवार से कुछ संस्कार सीखे हैं. अशोक गहलोत जी मेरे बड़े हैं और मैं निजी रूप से उनका सम्मान करता हूं.'
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