प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देश में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग की है. उन्होंने मजबूती से कहा कि देश में कोरोना की दूसरी लहर को तुरंत रोकना होगा और इसके लिए तुरंत निर्णायक कदम उठाने होगे.
PM ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि 'कोरोना की लड़ाई में हम आज जहां तक पहुंचे हैं, उससे आया आत्मविश्वास, लापरवाही में नहीं बदलना चाहिए. हमें जनता को पैनिक मोड में भी नहीं लाना है और परेशानी से मुक्ति भी दिलानी है.'
बता दें कि इस मीटिंग में देश में कोविड से जुड़े आंकड़े भी पेश किए गए थे, जिसमें बताया गया है कि वर्तमान में देश के 70 जिलों में कोविड 150 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है.
पीएम ने कहा कि अभी ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट' को लेकर भी उतनी ही गंभीरता की जरूरत है जैसा कि पिछले एक साल से दिखाई जा रही है. उन्होंने कहा कि हर संक्रमित व्यक्ति के contacts को कम से कम समय में ट्रैक करना और RT-PCR टेस्ट रेट 70 प्रतिशत से ऊपर रखना बहुत अहम है.
पीएम ने छोटे शहरों में टेस्टिंग बढ़ाने पर भी जोर दिया और कहा कि 'हमें छोटे शहरों में "रेफरल सिस्टम" और "एम्बुलेंस नेटवर्क" के ऊपर विशेष ध्यान देना होगा:'
पीएम ने वैक्सीनेशन प्रोग्राम को लेकर कहा कि 'देश में वैक्सीनेशन की गति लगातार बढ़ रही है. हम एक दिन में 30 लाख लोगों को वैक्सीनेट करने के आंकड़े को भी पार कर चुके है, लेकिन इसके साथ ही हमें वैक्सीन के डोज खराब होने की समस्या को बहुत गंभीरता से लेना है.'
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