रोहतक में दो बहनों द्वारा चलती बस में छेड़खानी करने वाले तीन लड़कों की पिटाई का मोबाइल फोन से बनाया गया वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है, जिसमें मनचले उन पर भी वार करते दिख रहे हैं, लेकिन ये लड़कियां डटी रहीं। यही नहीं, भरी हुई बस की बाकी सवारियों ने लड़कियों की मदद करना तो दूर, उन्हें हतोत्साहित करने की भी कोशिश की, और उनसे कहा, "कुछ मत करो, ये तुम्हारा रेप कर देंगे, या तुम पर तेज़ाब डाल देंगे... तुम्हें मार डालेंगे...", लेकिन इन बहनों ने हार नहीं मानी। वैसे, तीनों लड़कों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिन्हें रोहतक की अदालत ने 6 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
दरअसल, रोहतक के राजकीय महिला विद्यालय में पढ़ने वाली दोनों बहनें 22-वर्षीय आरती और 19-वर्षीय पूजा परीक्षा देकर हरियाणा रोडवेज़ की बस से घर लौट रही थीं, और रोहतक से ही इन मनचलों की छेड़खानी शुरू हो गई। बताया गया है कि इन लड़कों ने भारतीय सेना में भर्ती के लिए आवेदन किया हुआ है। अश्लील फब्तियां, गालियां, अश्लील इशारे और शरीर को छूना जब हद से बाहर हो गया, तब दोनों बहनों ने उनकी पिटाई शुरू कर दी।
महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए बदनाम राज्य में इस तरह का बहादुरी कारनामा दिखाने वाली इन बहनों को गणतंत्र दिवस पर स्वयं मुख्यमंत्री एमएल खट्टर द्वारा सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है, जबकि दूसरी ओर, सेना के सूत्रों ने कहा है कि उन लड़कों के आवेदन को खारिज कर देने का फैसला कर लिया गया है, लेकिन किसी भी औपचारिक आदेश से पहले अदालत के फैसले का इंतज़ार किया जाएगा।
आरती ने कहा, "हमारे परिवार ने हमें सिखाया है कि डरना नहीं चाहिए, और अपने लिए लड़ना चाहिए... उन लड़कों ने हमारी तरफ कुछ पर्चियां फेंकीं, जिनमें उनके फोन नंबर लिखे हुए थे... जब मेरी बहन चीखी, उन्होंने गालियां देनी शुरू कर दीं... बस में उन्हें अश्लील इशारे किए, हमें गालियां दीं, और हमें छुआ... उनमें से एक ने मेरी बहन का हाथ पकड़ लिया, और दूसरे ने मुझे गर्दन से पकड़ा था... उस वक्त मेरी बहन ने अपनी बेल्ट निकालकर उन्हें पीटना शुरू कर दिया..."
आरती ने यह भी कहा, "बस में मौजूद बाकी लोगों ने हमसे कहा, 'कुछ मत करो, ये तुम्हारा रेप कर देंगे, या तुम पर तेज़ाब डाल देंगे... तुम्हें मार डालेंगे...' हम डर ज़रूर गई थीं, लेकिन हार नहीं मानी..."
दोनों बहादुर बहनें ऑनलाइन भी छाई हुई हैं, और चौतरफा तारीफों के बीच हरियाणा सरकार ने भी प्रत्येक बहन को 31,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। इस बीच, डीजी, हरियाणा रोडवेज़ ने कहा कि ड्राइवर बलवान सिंह और कंडक्टर लाभसिंह को निलंबित कर दिया गया है, तथा जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने इस मामले में पिछले दो दिन से कोई कार्रवाई नहीं की थी, लेकिन मीडिया और इंटरनेट पर यह ख़बर आने के बाद पुलिस को हरकत में आना पड़ा, और तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए। आरोपियों की पहचान कुलदीप, मोहित और दीपक के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (हमला या महिला की गरिमा को नुकसान पहुंचाने की मंशा से आपराधिक बल प्रयोग) और धारा 323 (जानबूझकर नुकसान पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लड़कियों ने यह भी बताया, "उनके माता-पिता हमारे पिता से मिलने आए थे, और हमसे बयान बदलने के लिए कहा... उन्होंने कहा, वे सेना में भर्ती होने वाले हैं, लेकिन हमारी ज़िन्दगियों का क्या...? क्या इस तरह के लोग देश की रक्षा कर सकते हैं...?"
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