वेव्स में एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया के साथ आमिर खान.
Waves Summit 2025: मायानगरी मुंबई में वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (Waves Summit) का आयोजन किया जा रहा है. शुक्रवार को 'इंडियन सिनेमा ओरियंटल आउटलुक सेशन' में NDTV के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया ने बॉलीवुड एक्टर आमिर खान, फिल्ममेकर पीटर हू-सुन चैन, फिल्म डायरेक्टर स्टेनली टोंग और फिल्म प्रोड्यूसर प्रसाद शेट्टी से भारत-चीन के सिनेमा संबंधों पर विशेष बातचीत की. इस बातचीत के दौरान बॉलीवुड एक्टर आमिर खान ने बताया कि चीन में भारतीय फिल्मों के लिए किस तरह का माहौल है? चीन के लोग भारतीय फिल्मों को क्यों और कितना पसंद करते हैं?
चीन का दर्शक वर्ग भी भारत की तरहः आमिर खान
NDTV के पवेलियन में भारत-चीन के सिनेमा संबंधों पर केंद्रित इस बातचीत में आमिर खान ने कहा कि चीन के लोगों को भारतीय सिनेमा पसंद है. चीन का दर्शक वर्ग भी भारत की तरह ही है. आमिर खान ने यह भी कहा कि चीन के लोग काफी रचनात्मक हैं. भावनात्मक रूप से भारत और चीन एक-दूसरे के बेहद करीब है. दोनों देशों की सभ्यता काफी पुरानी है और लगभग एक जैसी है.

आमिर खान की फिल्म दंगल ने चीन में की थी खूब कमाई
इस बातचीत के दौरान आमिर खान ने भारत और चीन की फिल्म इंडस्ट्री और रचनात्मक सामग्री में सहयोग की विशाल संभावनाओं पर प्रकाश डाला. मालूम हो कि आमिर खान की कई फिल्मों ने चीन में बहुत कमाई की है. आमिर खान की फिल्म दंगल को चीन में काफी पसंद किया गया है.
आमिर खान बोले- दोनों देशों की संवेदनाएं मिलती-जुलती
आमिर खान ने कहा, "पिछले 6-10 सालों में मुझे कई बार चीन जाने का मौका मिला है, और वहां बहुत कुछ है जो मैं साझा करना चाहता हूं. चीन के दर्शक उनकी सांस्कृतिक संवेदनाएं और भावनात्मक प्रतिक्रियाएं भारत के दर्शकों से काफी मिलती-जुलती हैं. मेरे अनुभव से चीनी दर्शकों ने मेरी फिल्मों खास तौर पर दंगल पर जिस तरह से प्रतिक्रिया दी, वह लगभग वैसी ही थी जैसी भारतीय दर्शकों ने दी."

'दोनों देश साथ में मिलकर फिल्म बनाएं तो यह विन विन सिचुएशन होगी'
आमिर खान ने भारत और चीन को मिलकर फिल्म बनाने की बात भी कही. उन्होंने कहा, 'इसके लिए मुझे कई स्कोप और संभावनाएं नजर आती हैं, जिसमें से पहली है भारत में बहुत ही वाइब्रेंट क्रिएटर कम्युनिटी है. चीन में भी कमाल के क्रिएटिव लोग हैं और मैं कई बार वहां गया हूं, वहां पर मैंने लाइव इवेंट्स और मूवीज देखी हैं. उनका स्टैंडर्ड वर्ल्ड क्लास हैं. ये भारत और चीन के लिए बड़ा मौका है कि वे कोलैबोरेट करें और एक साथ काम करें. मुझे लगता है कि यह क्रिएटिव स्तर पर हो या इमोशनल लेवल पर हो या फिर बिजनेस लेवल पर. ये हम दोनों के लिए विन विन सिचुएशन होगी.'
दुनिया की आधी आबादी हमारे दर्शक होंगेः आमिर खान
वेव्स समिट को लेकर आमिर खान ने कहा, 'वेव्स के आने से इस दिशा में कदम बढ़ाए जा सकेंगे. अगर हम इंडो-चाइनीज फिल्म की बात करें तो चीन के एक्टर और भारतीय एक्टर मिलकर फिल्म बनाएं तो दुनिया की आधी आबादी इसे देखेगी. आपके पास पहले से ही ढेर सारे दर्शक हैं. भारत और चीन की सभ्यताएं प्राचीन हैं. जिनका अपना एक इतिहास है. मुझे लगता है कि दोनों ही देशों के पास सांस्कृतिक तौर पर काफी आदान-प्रदान करने को है. ऐसे में चीन के साथ कोलैबोरेशन की दिशा में कदम बढ़ाए जाने चाहिए.'

प्रसाद शेट्टी बोले- चीन और भारत की भावनाएं एक जैसी
इसी सेशन में फिल्म प्रोड्यूसर प्रसाद शेट्टी ने कहा, 'जब मैं चीन गया तो मैंने देखा कि लोगों की भावनाएं मायने रखती हैं. परिवार और माता-पिता की भावनाएं मायने रखती हैं. जो बच्चों की सफलता से लेकर शादी होने तक की चिंता करते हैं. वहीं पर यह चीज भी मायने रखती है कि बच्चों की परवरिश कैसे की जा रही है. इसलिए मुझे लगता है कि भारतीय फिल्ममेकर्स के लिए चीन बड़ी मार्केट हो सकती है क्योंकि भारत और चीन की संस्कृति में ज्यादा फर्क नहीं है. इसलिए इसकी कोई फैक्ट्री नहीं है या अच्छी फिल्में बनाने का फॉर्मूला हो. अच्छी फिल्म कहीं भी बन सकती है.
प्रसाद शेट्टी ने आगे कहा, 'चीन पूरी दुनिया के सिनेमा को स्वीकार करता है. चाहे आमिर खान की फिल्म हो या फिर कहीं और की. जैसे हमारे देश में भावनाएं हैं वैसी ही चीन में भी है. मुझे पीके से जुड़ी एक किस्सा याद आता है कि चीन का एक दर्शक भी फिल्म के मजाक पर उतना ही हंस रहा था जितना एक भारतीय दर्शक. इस बात ने मुझे कॉन्फिडेंस दिया कि अपनी फिल्म को कस्टामाइज करने की जरूरत नहीं है. पूरी ईमानदारी के साथ फिल्म बनाओ.'
भारतीय सिनेमा ने भारत को दुनिया के कोने-कोने में ले जाने में सफलता पाई: पीएम मोदी
सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था, ''वेव्स एक ऐसा वैश्विक मंच है, जहां हर कलाकार, हर युवा एक नई योजना के साथ रचनात्मक दुनिया के साथ जुड़ेगा. बीती एक सदी में भारतीय सिनेमा ने भारत को दुनिया के कोने-कोने में ले जाने में सफलता पाई है. हर कहानी भारतीय संस्कृति की आवाज बनकर दुनिया के करोड़ों लोगों के दिलों में उतरी है."
1-4 मई तक वेव्स समिट का हो रहा आयोजन
पीएम मोदी ने आगे कहा कि दुनिया एकसाथ आई. हमें जग के मन को जीतना है. आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है. मालूम हो कि मुंबई में वेव्स समिट का आयोजन 1 से 4 मई तक होगा. जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में चल रहे इस समिट का मकसद मीडिया और मनोरंजन की क्षमता को बढ़ावा देना है.
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