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गलवान में बना वॉर मेमोरियल... रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फिर पाकिस्तान को चेताया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख से ही पाक को फिर चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि ऑपेरशनल सिंदूर के दौरान सेना ने उतना ही किया जितना आवश्यक था, हालांकि सेना बहुत कुछ कर सकती थी.

गलवान में बना वॉर मेमोरियल... रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फिर पाकिस्तान को चेताया

लद्दाख में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के खिलाफ बहादुरी और शौर्य दिखाने वाले वीर सैनिकों को याद किया. 15-16 जून 2020 को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ खूनी झड़प हुई. उसी संघर्ष में शहीद हुए 20 सैनिकों की याद में बने गलवान वॉर मेमोरियल का उद्घाटन रक्षा मंत्री ने किया. इस मेमोरियल को लाल और काले ग्रेनाइट पत्थरों से बनाया गया है, जो बलिदान और बहादुरी का प्रतीक हैं.

त्रिशूल और डमरू के आकार में निर्मित यह मेमोरियल भारतीय सेना के अदम्य साहस को दिखाता है. यहां पर शहीद हुए 20 वीर सपूतों की कांस्य प्रतिमाएं भी लगाई गई हैं, जिनके बलिदान से यह बर्फ़ीली वादियां गूंजती रहेगी. स्मारक में डिजिटल डायरी और संग्रहालय भी बनाया गया है जो यहां आने वाले लोगो को गलवान की गाथा और पूर्वी लद्दाख के इतिहास से रूबरू कराएंगे. सच कहें तो यह युद्ध स्मारक वीरों के शौर्य, बलिदान और पराक्रम का प्रतीक भी है.

वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख से ही पाक को फिर चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि ऑपेरशनल सिंदूर के दौरान सेना ने उतना ही किया जितना आवश्यक था, हालांकि सेना बहुत कुछ कर सकती थी. रक्षा मंत्री ने कहा कि अभी कुछ ही महीने पहले हमने देखा कि पहलगाम के दुर्दान्त आतंकी हमले का जवाब देते हुए हमारी सेना ने ऑपेरशन सिंदूर को कितनी बहादुरी से अंजाम दिया. आतंकियों का क्या हश्र किया, यह दुनिया जानती है. वैसे करने को तो सेना बहुत कुछ कर सकती थी. लेकिन हमारी सेनाओं ने पराक्रम के साथ-साथ धैर्य का भी परिचय दिया. उतना ही किया जितना आवश्यक था. रक्षा मंत्री ने कहा कि इतना बड़ा ऑपरेशन इसलिए संभव हो पाया, क्योंकि हमारी कनेक्टिविटी मजबूत थी. हमारी सेना के पास कार्रवाई करने के लिये सही समय पर लॉजिस्टिक सहायता को पहुंचाया जा सका. बार्डर एरिया के साथ भी हमारी कनेक्टिविटी बनी रही. जिसनेऑपरेशन सिन्दूर को ऐतिहासिक सफलता दिलाई.

रक्षा मंत्री के मुताबिक ऑपेरशन सिंदूर के दौरान, हमारी सेना  और नागरिक प्रशासन के साथ बॉर्डर एरिया के नागरिकों का जो  तालमेल देखने को मिला, वह भी अविश्वसनीय था. इसके लिये रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं बॉर्डर एरिया के हर नागरिक को सेना का सहयोग देने के लिए आभार प्रकट करता हूं. यह समन्वय और आपसी तालमेल ही हमारी पहचान है. हमारा आपसी जुड़ाव ही हमें दुनिया में सबसे अलग पहचान दिलाता है.

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