नई दिल्ली:
दिल्ली के वकीलों के एक समूह जिसने इस हफ्ते दो-दो बार पत्रकारों और छात्रों पर हमला किया, साथ ही देशद्रोह के आरोपी जेएनयू के छात्र नेता पर भी हमला किया, सोशल मीडिया पर ये एक-दूसरे को इस बात पर मुबारकबाद दे रहे हैं कि 'जो काम सरकार और सेना नहीं कर सकी वो हमने कर दिखाया।'
गौरतलब है कि बुधवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र नेता कन्हैया कुमार के साथ वकीलों के एक गुट ने मारपीट की थी।
सोमवार और बुधवार दोनों ही दिन वकीलों द्वारा की गई हिंसा कैमरे में कैद है, लेकिन दिल्ली पुलिस, जिसने दोनों ही दिन हिंसा को काबू में करने के लिए कुछ नहीं किया, उसने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
वकीलों द्वारा की गई हिंसा का नेतृत्व करने वाले वकील विक्रम सिंह चौहान ने गुरुवार की शर्मनाक घटना के कुछ घंटों बाद ही फेसबुक पर लिखा, 'मेरे शेर भाई मुंहतोड़ जवाब देते रहेंगे।'
गौरतलब है कि विक्रम चौहान की गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत कई वरिष्ठ बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। बुधवार को कन्हैया कुमार के मामले की सुनवाई के दौरान किसी भी तरह के प्रदर्शन पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक के निर्देश की अवहेलना करते हुए विक्रम चौहान ने तिरंगा लहराया और उसके सहयोगियों ने नारे लगाए जिन्हें वो देशभक्ति नारे कहते हैं।
फेसबुक और WhatsApp के ग्रुपों पर ये वकील स्पष्ट रूप से जश्न मनाते दिखे और अब जबकि बार काउंसिल वकीलों द्वारा की गई हिंसा के लिए माफी मांग चुका है, NDTV को वो तस्वीरें में मिली हैं, जिसमें दिल्ली की एक अन्य अदालत में विक्रम चौहान को एक 'नायक' की तरह माला पहनाई गई है।
बुधवार को वकीलों के समूह द्वारा की गई हिंसा के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने वरिष्ठ वकील राजीव धवन समेत 5 शीर्ष वकीलों को मामले की जांच के लिए भेजा। धवन ने NDTV को बताया, 'इन उपद्रवियों द्वारा किए गए ये हमले वास्तव में राष्ट्रद्रोही कृत्य हैं। भले ही उनके पास कानून की डिग्री हो, लेकिन ये घृणित और उपद्रवी हैं। उन्होंने कहा कि हमलावरों को 'छूट' देकर पुलिस कमिश्नर ने भी 'देशद्रोही' काम किया है।
गौरतलब है कि बुधवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र नेता कन्हैया कुमार के साथ वकीलों के एक गुट ने मारपीट की थी।
सोमवार और बुधवार दोनों ही दिन वकीलों द्वारा की गई हिंसा कैमरे में कैद है, लेकिन दिल्ली पुलिस, जिसने दोनों ही दिन हिंसा को काबू में करने के लिए कुछ नहीं किया, उसने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
वकीलों द्वारा की गई हिंसा का नेतृत्व करने वाले वकील विक्रम सिंह चौहान ने गुरुवार की शर्मनाक घटना के कुछ घंटों बाद ही फेसबुक पर लिखा, 'मेरे शेर भाई मुंहतोड़ जवाब देते रहेंगे।'
गौरतलब है कि विक्रम चौहान की गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत कई वरिष्ठ बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। बुधवार को कन्हैया कुमार के मामले की सुनवाई के दौरान किसी भी तरह के प्रदर्शन पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक के निर्देश की अवहेलना करते हुए विक्रम चौहान ने तिरंगा लहराया और उसके सहयोगियों ने नारे लगाए जिन्हें वो देशभक्ति नारे कहते हैं।
फेसबुक और WhatsApp के ग्रुपों पर ये वकील स्पष्ट रूप से जश्न मनाते दिखे और अब जबकि बार काउंसिल वकीलों द्वारा की गई हिंसा के लिए माफी मांग चुका है, NDTV को वो तस्वीरें में मिली हैं, जिसमें दिल्ली की एक अन्य अदालत में विक्रम चौहान को एक 'नायक' की तरह माला पहनाई गई है।
बुधवार को वकीलों के समूह द्वारा की गई हिंसा के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने वरिष्ठ वकील राजीव धवन समेत 5 शीर्ष वकीलों को मामले की जांच के लिए भेजा। धवन ने NDTV को बताया, 'इन उपद्रवियों द्वारा किए गए ये हमले वास्तव में राष्ट्रद्रोही कृत्य हैं। भले ही उनके पास कानून की डिग्री हो, लेकिन ये घृणित और उपद्रवी हैं। उन्होंने कहा कि हमलावरों को 'छूट' देकर पुलिस कमिश्नर ने भी 'देशद्रोही' काम किया है।
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