पिछले हफ्ते चार दलितों को गुजरात में कपड़े उतार कर पीटा गया था...
अहमदाबाद:
पिछले हफ्ते दलित युवकों के कपड़े उतार कर बेरहमी से पिटाई के चलते सात दलितों ने गुजरात में आत्महत्या करने की कोशिश की। विरोध प्रदर्शन के बीच बसों में आग लगा दी गई। अहमदाबाद से करीब 360 किलोमीटर दूर उना में गो हत्या के आरोप में दलित युवकों कथित तौर पर गो-रक्षकों ने अर्धनग्न कर बुरी तरह मारा पीटा।
विभिन्न जगहों पर हुई रैली में कथित तौर पर सात लोगों ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। इस मसले को यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कल संसद में जोरशोर से उठाया। इसके बाद संसद में काफी हंगामा हुआ और राज्यसभा स्थगित कर दी गई।
राजकोट में स्टेट ट्रांसपोर्ट की दो बसें जला दी गईं और एक जामनगर में जला दी गई। विरोध प्रदर्शन सौराष्ट्र में जगह जगह हो रहा है। सौराष्ट्र में गुजरात राज्य के सात बड़े शहर हैं। कल चार घंटों तक विरोध प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग रोके रखा।
दलितों को लाठियों से मारा, वीडियो बनाया और ऑनलाइन पोस्ट किया...
बता दें कि पुलिस के मुताबिक, पिछले हफ्ते चमड़े के कारखानों में काम करने वाले चार लोगों एक एसयूवी से बांधकर लाठियों से मारा गया। उनके कपड़े भी उतारे हुए थे। इन्हें मारे वाले खुद को गौ रक्षक बता रहे थे। बाद में खुद उन्होंने ही इस वीडियो को ऑनलाइन डाल दिया जो खूब वायरल हुआ। इसके बाद पुलिस ने आठ आरोपियों की पहचान कर पकड़ लिया। (सौराष्ट्र के जिन शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं, वे राज्य के सात बड़े शहर हैं)
मरी गई गायों से निकाल रहे थे चमड़ी...
पीड़ित दलितों ने हमलावरों को बताया भी था कि वे केवल मरी हुआ गायों पर से चमड़ा निकाल रहे थे लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। पीटे गए दलित बुरी तरह जख्मी हुए और उन्हें हफ्ते भर हॉस्पिटल में भर्ती रखना पड़ा। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने दलित समुदाय के सदस्यों की कथित पिटाई की घटना की सीआईडी जांच का सोमवार को आदेश दिया। साथ ही, उन्होंने मामले की त्वरित सुनवाई के लिए एक विशेष अदालत गठित किए जाने की भी घोषणा की। पीड़ितों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी, यह भी उन्होंने कहा। कई ट्वीट करके आनंदीबेन ने कहा कि प्रति व्यक्ति एक लाख रुपए सेंक्शन कर दिए गए हैं। गुजरात सरकार समाज के कमजोर धड़ों के विकास और सुरक्षा के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित है। (गुजरात की सीएम आनंदीबेन पटेल)
विभिन्न जगहों पर हुई रैली में कथित तौर पर सात लोगों ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। इस मसले को यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कल संसद में जोरशोर से उठाया। इसके बाद संसद में काफी हंगामा हुआ और राज्यसभा स्थगित कर दी गई।
राजकोट में स्टेट ट्रांसपोर्ट की दो बसें जला दी गईं और एक जामनगर में जला दी गई। विरोध प्रदर्शन सौराष्ट्र में जगह जगह हो रहा है। सौराष्ट्र में गुजरात राज्य के सात बड़े शहर हैं। कल चार घंटों तक विरोध प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग रोके रखा।
दलितों को लाठियों से मारा, वीडियो बनाया और ऑनलाइन पोस्ट किया...
बता दें कि पुलिस के मुताबिक, पिछले हफ्ते चमड़े के कारखानों में काम करने वाले चार लोगों एक एसयूवी से बांधकर लाठियों से मारा गया। उनके कपड़े भी उतारे हुए थे। इन्हें मारे वाले खुद को गौ रक्षक बता रहे थे। बाद में खुद उन्होंने ही इस वीडियो को ऑनलाइन डाल दिया जो खूब वायरल हुआ। इसके बाद पुलिस ने आठ आरोपियों की पहचान कर पकड़ लिया।
मरी गई गायों से निकाल रहे थे चमड़ी...
पीड़ित दलितों ने हमलावरों को बताया भी था कि वे केवल मरी हुआ गायों पर से चमड़ा निकाल रहे थे लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। पीटे गए दलित बुरी तरह जख्मी हुए और उन्हें हफ्ते भर हॉस्पिटल में भर्ती रखना पड़ा। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने दलित समुदाय के सदस्यों की कथित पिटाई की घटना की सीआईडी जांच का सोमवार को आदेश दिया। साथ ही, उन्होंने मामले की त्वरित सुनवाई के लिए एक विशेष अदालत गठित किए जाने की भी घोषणा की। पीड़ितों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी, यह भी उन्होंने कहा। कई ट्वीट करके आनंदीबेन ने कहा कि प्रति व्यक्ति एक लाख रुपए सेंक्शन कर दिए गए हैं। गुजरात सरकार समाज के कमजोर धड़ों के विकास और सुरक्षा के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित है।
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