मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश हिंदी में भी मेडिकल और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम पढ़ाना शुरू करेगा. योगी ने ट्वीट किया, 'मेडिकल और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों की कुछ पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद किया गया है. आने वाले वर्षों में छात्र इन विषयों का हिंदी में अध्ययन कर सकेंगे'.
उत्तर प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की कुछ पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद कर दिया गया है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 15, 2022
आगामी वर्ष से प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में इन विषयों के पाठ्यक्रम हिंदी में भी पढ़ने के लिए मिलेंगे।
यह घोषणा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के रविवार (16 अक्टूबर) को भोपाल में एमबीबीएस पाठ्यपुस्तकों के पहले हिंदी संस्करण को लॉंच करने के बाद की गई है. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा था कि भारत के शिक्षा क्षेत्र के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है. आने वाले दिनों में जब भी इतिहास लिखा जाएगा, इस दिन को सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा. नई शिक्षा नीति के माध्यम से,
पीएम मोदी ने छात्रों की भाषा पर अधिक जोर दिया है. यह एक ऐतिहासिक निर्णय है. अब आप किसी भी भाषा में उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं. मध्य प्रदेश हिंदी भाषा में एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू करने वाला देश का पहला राज्य है. प्रारंभ में हिंदी में अध्ययन के लिए तीन विषयों का चयन किया गया है. इनमें एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायोकैमेस्ट्री शामिल हैं.
भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में पिछले 232 दिनों से 97 विशेषज्ञों की टीमें किताबें तैयार करने में जुटी हैं. वे पुस्तकों का अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद कर रहे हैं. मध्य प्रदेश के चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग ने रविवार को कहा कि इस कदम से हिंदी माध्यम की उन्नति में बड़ा बदलाव आएगा.
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