तमिलनाडु पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो लोन देने के बाद महिलाओं की तस्वीर 'एस्कॉर्ट सर्विस' वेबसाइट पर पोस्ट कर उन्हें बदनाम करने की धमकी देता था. पुलिस ने इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पूरा मामला तमिलनाडु के त्रिपुर जिले का है. पुलिस फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही हैं. वहीं, पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनके पास एक महिला शिकायत लेकर आई थी कि कुछ लोग उसे लगातार फोन पर मैसेज करके उसकी तस्वीर को 'एस्कॉर्ट सर्विस' वेबसाइट पर अपलोड कर देने की धमकी दे रहे हैं ताकि लोग उसे एक प्रॉस्टिट्यूट समझें. महिला से मिली शिकायत के आधार पर हमने एक विशेष टीम का गठन किया और आरोपियों की तलाश में जुट गए.
पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि कुछ समय पहले उसने एक एप की मदद से 18,000 रुपये का लोन लिया था. इसी रकम की वसूली को लेकर उसके पास धमकी वाले मैसेज और फोन आ रहे हैं. पुलिस ने महिला की शिकायत पर काम करते हुए एप से लोन देने वाले इस गिरोह को पकड़ा.
पुलिस अधिकारी शशांक साई ने बताया कि हमारी शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी गैरकानूनी तरीके से एक टेलीफोन एक्सचेंज चला रहे थे. पुलिस अधीक्षक शशांक साई ने कहा कि गिरोह कथित रूप से एक अवैध "टेलीफोन एक्सचेंज" चलाता था, जिसका मतलब ये हुआ कि आरोपी 200 सिम कार्ड को एक मोबाइल फोन नंबर से जोड़ने के लिए उपकरणों का उपयोग करते थे. ताकि कोई उनतक ना पहुंच सकें.
उन्होंने कहा कि आरोपियों ने बताया है कि उन्होंने नाइजीरिया में स्थित दो ऋण ऐप और इंडोनेशिया और चीन में से एक के लिए काम किया. आरोपियों तक पुलिस ना पहुंच पाए इसके लिए उन्होंने इंटरनेट का उपयोग करने के लिए एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का भी इस्तेमाल किया जाता था. पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी एक IMEI नंबर कई फोन से जुड़ा हुआ मिला.
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