यूपी में TET इम्तिहान का पर्चा लीक कराने में यूपी और बिहार के गैंग्स शामिल हैं, जिन्होंने इम्तिहान के पर्चे के लिए बनाई जाने वाली कस्टडी चेन की कमियों का फायदा उठा कर पेपर लीक करवाया. इसे पांच पांच लाख में बेचा गया. यूपी में 2017 से अब तक करीब एक दर्जन बार बड़े भर्ती इम्तिहानों का पर्चे लीक हो चुके हैं. इस मामले में अब तक 29 लोग गिरफ्तार हुए हैं. देश के कोने-कोने से इम्तिहान देने यूपी आए 20 लाख लोग पर्चा लीक होने के बाद कुछ तो आंसुओं से रोए तो कुछ का दिल रोता रहा. प्रयागराज के ऑफिस से तय होता है कि पर्चा कौन बनाएगा? क्या बनेगा? कौन सी एजेंसी उन्हें जिलों में पहुंचाएगी? पर्चा बनाने से ट्रेजरी तक पहुंचाने की बीच की चेन में सेंध लगा के ये लीक किया गया. इसलिए अब इससे जुड़े अफसर एसएफटी की जांच के दायरे में हैं.
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प्रमुख शिक्षा सचिव दीपक कुमार ने बताया कि हमारे जो प्राधिकारी हैं वह परीक्षा नियामक प्राधिकारी हैं. प्रयागराज में बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत. और ये जिम्मेदारी उन्हीं की होती है कि वो प्रश्नपत्र सेट कराएं, एजेंसी का चयन करें. फिर उसको जिलों की ट्रेजरी तक पहुंचाएं. ट्रेजरी से व्यवस्था होती है कि परीक्षा वाले दिन सुबह ट्रेजरी से निकल कर केंद्रों पर ले जाया जाता है.
बता दें कि श्वेता मिश्रा जयपुर से 750 किलोमीटर का सफर तय करके परीक्षा देने प्रयागराज आई थीं. इम्तिहान देने के बाद पता चला कि पर्चा लीक हो गया है. सारी मेहनत बर्बाद हो गई. उन्होंने कहा कि ये तो हर बार नहीं कर सकते ना कि आप इतने टाइम पे परीक्षा लो और फिर कैंसिल कर दो. ऐसा तो है नहीं कि हमेशा वेकेंसी आती रहती है. वेकेंसी आने का चांस था कि अब वेकेंसी आएगी.
अत्री मुन्नी बिहार से परीक्षा देने आईं. अब वह लौट रही हैं. अब अगले इम्तिहान के लिए फिर तैयारी में जुटेंगी. उन्होंने कहा कि पहले तो कुछ समय तक , एक दम तक सही था, लेकिन अब तो हर परीक्षा में ही नकल का मामला सामने आ रहा. साइबर क्राइम के चलते इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. आदमी इसमें क्या करेगा. सरकार इसमें दोषी ही है. सर्वेसर्वा दोषी हैं.
यूपी एसटीएफ ने करीब आधा दर्जन जिलो से इस माममले में 29 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. उनकी निशानदेही पर और जगहों पर दबिश जारी है. इनमें लखनऊ में सचिवालय का एक कर्मचारी और प्रयागराज का एक टीचर भी शामिल है.
एडीजी प्रशांत कुमार (लॉ एंड ऑर्डर) ने कहा कि इसमें उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार के भी कुछ व्यक्ति पकड़े गए हैं. इसमें दो तरह से नीचें की जाती है. या तो सॉल्वर गैंग Solver Gang के द्वारा पेपर लीक कराया जाता है या किसी अन्य सॉल्वर को बिठाकर परीक्षाएं दी जाती हैं.
यूपी में लंबे वक्त से इस तरह छोटे बड़े इम्तिहानों और भर्ती इम्तिहानों के पर्चे लीक होते रहे हैं. इनमें CPMT से लेकर ट्यूबवेल ऑपरेटर तक के पर्चे शामिल हैं. 2017 से अब तक ये 8वीं बार पर्चा लीक हुआ है.
- 2017 में सब इंस्पेक्टर भर्ती का पर्चा
- 2018 में यूपी लोक सेवा आयोग की LT ग्रेड का पर्चा
- 2018 में PCS मेन्स इम्तिहान का पर्चा
- 2018 में पावर कॉपरेशन में भर्ती का पर्चा
- 2018 में पुलिस भर्ती इम्तिहान का पर्चा
- 2018 में अधीनस्थ सेवा भर्ती का पर्चा
- 2018 में स्वास्थ्य विभाग प्रमोशन इम्तिहान का पर्चा
- 2018 में ट्यूबवेल ऑपरेटर भर्ती का पर्चा
- 2018 में सिपाही भर्ती इम्तिहान का पर्चा
- 2021 में TET इम्तिहान का पर्चा
विपक्ष इसे लेकर सरकार पर हमलावर है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार में लगातार इसी तरह पेपर लीक हो रहे हैं. इसी तरीके से परीक्षाएं नहीं हो पा रही हैं. आने वाले समय में यही बेरोजगार नौजवान भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मतदान करेंगे और भारतीय जनता पार्टी का सफाया होगा.
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