"क्या फायदा ऐसी डिग्री का..." : नौकरी नहीं मिलने पर युवक ने जला दी सारी डिग्रियां, फिर लगा ली फांसी

पुलिस ने बताया कि युवक ने अपने मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहाराया, उसने इसलिए सुसाइड किया क्योंकि उसे नौकरी नहीं मिल रही थी.

युवक ने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है.

कन्नौज:

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में 24 साल के युवक ने इसलिए आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसे "नौकरी नहीं मिल रही थी." युवक के परिजनों का दावा है कि वह हालही पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल हुआ था. पुलिस के मुताबिक, युवक ने अपने घर में ही फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया. 

कन्नौज के रहने वाले बृजेश पाल ने सुसाइड करने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है. जिसमें उसने लिखा है कि उसने अपनी सभी डिग्रियां जला दी हैं. सुसाइड नोट में उसने लिखा है, "जब डिग्रियों से नौकरी नहीं मिल रही तो इनका क्या फायदा. मैंने पढ़ाई में ही अपनी आधी जिंदगी बिता दी."

पुलिस ने बताया कि युवक ने अपने मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहाराया, उसने इसलिए सुसाइड किया क्योंकि उसे नौकरी नहीं मिल रही थी. पुलिस ने युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार में नौकरी की उम्मीद बेमानी है. अखिलेश यादव ने ट्ववीट करते हुए लिखा है, "बेरोज़गारी की त्रासदी से निराश होकर कन्नौज में एक युवा बृजेश पाल ने फांसी लगाकर जान दे दी और और ऐसा करने से पहले उसने अपनी सारी डिग्रियां जला डाली. जीवन देना कोई समाधान नहीं होता, संघर्ष ही समाधान का रास्ता निकालता है. भाजपा सरकार में नौकरी की उम्मीद बेमानी है. जो भाजपा अपनी सरकार बनाने के लिए हर हथकंडा अपनाती है, वो नौकरी देने के नाम पर क्यों मुकर जाती है."


 

बृजेश पाल ने सुसाइड नोट में अपने माता-पिता का जिक्र करते हुए कहा, "मैंने आपको धोखा दिया है" और परिवार से कहा कि वे उसकी बहन की शादी बहुत अच्छे तरीके से करें. उसके पिता दिल्ली में निजी कंपनी में काम करते हैं और उनके पास गांव में चार बीघा ज़मीन है. वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था.


 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

हेल्पलाइन
वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्‍थ9999666555 या help@vandrevalafoundation.com
TISS iCall022-25521111 (सोमवार से शनिवार तक उपलब्‍ध - सुबह 8:00 बजे से रात 10:00 बजे तक)
(अगर आपको सहारे की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे शख्‍स को जानते हैं, जिसे मदद की दरकार है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञ के पास जाएं)