उत्तर प्रदेश के बलिया में छेड़खानी का विरोध छात्रा को पड़ा महंगा
बलिया:
उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले में 11वीं की छात्रा की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत दो लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है जबकि दो आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ़्त से दूर हैं. वारदात मंगलवार की सुबह हुई जब नाबालिग छात्रा अपने घर से स्कूल के लिए निकली थी. आरोपी पिछले छह महीने से उसका पीछा और छेड़खानी कर रहे थे. लड़कों ने पहले सरे आम छेड़ा और विरोध करने पर धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी. आरोपियों ने चाकुओं से उस पर तब तक वार किए जब तक उसने दम नहीं तोड़ दिया.
पढ़ें: वैवाहिक बलात्कार अपराध नहीं, संसद बहस कर चुकी है: सुप्रीम कोर्ट
गौरतलब है कि बांसडीह के बजहा गांव की रहने वाली छात्रा रोज़ाना की तरह मंगलवार की सुबह घर से स्कूल के लिए निकली. तब उसे पता नहीं था कि वह फिर कभी अपने घर नहीं लौट पाएगी. घर से स्कूल के रास्ते में गांव के कुछ दबंग लड़कों ने बाइक से धक्का देकर रागिनी को गिरा दिया और फिर एक के बाद एक गर्दन पर चाकू के कई वार किए. मासूम ने मौक़े पर ही दम तोड़ दिया.
पढ़ें: मुंबई के स्कूल में चार साल की बच्ची से कथित बलात्कार
मृतक रागिनी के परिवारवालों के मुताबिक़-आरोपी लड़के पिछले छह महीने से ज़्यादा समय से उसका पीछा कर परेशान करते थे. तंग आकर छात्रा ने स्कूल जाना बंद कर दिया था, लेकिन मंगलवार की सुबह घरवालों से ज़िद कर वह स्कूल के लिए निकली थी. सोचा भी नहीं होगा कि स्कूल जाने का ये जुनून उसकी ज़िंदगी पर भारी पड़ जाएगा.
इस हादसे से परिवार सदमे में है. मां का रो-रोकर बुरा हाल है. वह अपने कलेजे के टुकड़े के लिए इंसाफ की गुहार लगा रही है. फिलहाल गांव के प्रधान के बेटे को गिरफ़्तार कर लिया गया है, लेकिन तीन आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. जहां एक ओर यूपी सरकार एंटी रोमियो स्कवॉड के ज़रिए महिला अपराधों पर लगाम कसने का दावा कर रही है, वहीं इस घटना ने एक बार फिर यूपी में क़ानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
पढ़ें: वैवाहिक बलात्कार अपराध नहीं, संसद बहस कर चुकी है: सुप्रीम कोर्ट
गौरतलब है कि बांसडीह के बजहा गांव की रहने वाली छात्रा रोज़ाना की तरह मंगलवार की सुबह घर से स्कूल के लिए निकली. तब उसे पता नहीं था कि वह फिर कभी अपने घर नहीं लौट पाएगी. घर से स्कूल के रास्ते में गांव के कुछ दबंग लड़कों ने बाइक से धक्का देकर रागिनी को गिरा दिया और फिर एक के बाद एक गर्दन पर चाकू के कई वार किए. मासूम ने मौक़े पर ही दम तोड़ दिया.
पढ़ें: मुंबई के स्कूल में चार साल की बच्ची से कथित बलात्कार
मृतक रागिनी के परिवारवालों के मुताबिक़-आरोपी लड़के पिछले छह महीने से ज़्यादा समय से उसका पीछा कर परेशान करते थे. तंग आकर छात्रा ने स्कूल जाना बंद कर दिया था, लेकिन मंगलवार की सुबह घरवालों से ज़िद कर वह स्कूल के लिए निकली थी. सोचा भी नहीं होगा कि स्कूल जाने का ये जुनून उसकी ज़िंदगी पर भारी पड़ जाएगा.
इस हादसे से परिवार सदमे में है. मां का रो-रोकर बुरा हाल है. वह अपने कलेजे के टुकड़े के लिए इंसाफ की गुहार लगा रही है. फिलहाल गांव के प्रधान के बेटे को गिरफ़्तार कर लिया गया है, लेकिन तीन आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. जहां एक ओर यूपी सरकार एंटी रोमियो स्कवॉड के ज़रिए महिला अपराधों पर लगाम कसने का दावा कर रही है, वहीं इस घटना ने एक बार फिर यूपी में क़ानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं