अमृता प्रीतम (फोटो साभार: mannkahi.wordpress.com)
मशहूर साहित्यकार अमृता प्रीतम का आज जन्मदिन है। साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित की गईं पहली भारतीय महिला साहित्यकार अमृता प्रीतम की आज 95वीं वर्षगांठ है। अमृता प्रीतम को देश का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान पद्मविभूषण भी प्राप्त हुआ।1919 के साल में जन्मी अमृता प्रीतमपंजाबी के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक थी।
पंजाब के गुजरांवाला जिले में जन्मी थीं अमृता प्रीतम। लाहौर में उनका अधिकांशत: बचपन बीता और वहीं पढ़ाई भी हुई। किशोरावस्था से लिखती आ रहीं अमृता कविता भी लिखतीं रहीं और कहानियां व निबंध भी। 100 से ज्यादा किताबें लिख चुकीं अमृता को पंजाबी भाषा की पहली कवियित्री माना जाता है।
उनकी आत्मकथा 'रसीदी टिकट' बेहद चर्चित रही है। उनकी कई किताबों अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ। लंबी बीमारी के बाद 31 अक्टूबर 2005 को उनका निधन हो गया था।
पंजाब के गुजरांवाला जिले में जन्मी थीं अमृता प्रीतम। लाहौर में उनका अधिकांशत: बचपन बीता और वहीं पढ़ाई भी हुई। किशोरावस्था से लिखती आ रहीं अमृता कविता भी लिखतीं रहीं और कहानियां व निबंध भी। 100 से ज्यादा किताबें लिख चुकीं अमृता को पंजाबी भाषा की पहली कवियित्री माना जाता है।
उनकी आत्मकथा 'रसीदी टिकट' बेहद चर्चित रही है। उनकी कई किताबों अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ। लंबी बीमारी के बाद 31 अक्टूबर 2005 को उनका निधन हो गया था।
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