ईवीएम की विश्वसनीयता के संबंध में कुछ नेताओं द्वारा सवाल उठाए जाने के बीच चुनाव आयोग ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि यह मशीन ''''पूरी तरह मजबूत है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं'''' हो सकती. बिहार विधानसभा चुनाव के रुझानों में महागठबंधन के पिछड़ने के बाद कांग्रेस नेता उदित राज ने मंगलवार को इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब उपग्रह को धरती से नियंत्रित किया जा सकता है तो फिर ईवीएम हैक क्यों नहीं की जा सकती?
दूसरी तरफ, कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने उदित राज का नाम लिए बगैर कहा कि ईवीएम पर सवाल खड़े करने का सिलसिला बंद होना चाहिए क्योंकि इसके साथ छेड़छाड़ का दावा अब तक वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं हो सका है. कांग्रेस सांसद कार्ति ने ट्वीट किया, ‘‘नतीजा चाहे कुछ भी हो, लेकिन अब ईवीएम को जिम्मेदार ठहराया जाना बंद होना चाहिए. मेरे अनुभव के मुताबिक, ईवीएम की व्यवस्था मजबूत, उचित और भरोसेमंद है. यह राय मेरी हमेशा से रही है.''
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक दलों की ओर से ईवीएम पर सवाल खड़े किए जाते हैं और खासकर चुनाव परिणाम के अपने अनुकूल नहीं होने पर ऐसा होता है. अब तक इस दावे को वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं किया जा सका है.''
ईवीएम के प्रभारी उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन ने मशीन की विश्वसनीयता के संबंध में कुछ नेताओं द्वारा खड़े किए गए सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मशीन पूरी तरह मजबूत है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकती.
उन्होंने कहा, ''''बार-बार स्पष्ट किया गया है और फिर से बता दें कि ईवीएम पूरी तरह मजबूत है और इससे छेड़छाड़ नहीं हो सकती. यहां तक कि उच्चतम न्यायालय ने कई बार इस उपकरण के इस्तेमाल को सही बताया है.''''
जैन ने याद दिलाया कि वर्ष 2017 में आयोग ने राजनीतिक दलों को ''''ईवीएम चुनौती'''' दी थी. उन्होंने कहा, '''' ईवीएम की विश्वसनीयता किसी भी संदेह से परे है. इससे अधिक कोई स्पष्टीकरण नहीं दे सकते.''''
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं