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This Article is From May 11, 2024

उसने कमरे में सोते बेटे को भी नहीं छोड़ा...सीतापुर में पूरा परिवार खत्म करने वाले दरिंदे की पूरी कहानी कंपा रही

पुलिस ने बताया कि अपने पूरे परिवार को खत्म करने वाले 45 साल के अनुराग को नशे की लत थी. इसके चलते उसकी माली हालत भी खस्ता थी. पूरा परिवार अनुराग की हरकतों और उसकी नशे की लत से परेशान था.

उसने कमरे में सोते बेटे को भी नहीं छोड़ा...सीतापुर में पूरा परिवार खत्म करने वाले दरिंदे की पूरी कहानी कंपा रही
आरोपी को थी नशे की लत, परिवार ने रोका तो कर दी हत्या
नई दिल्ली:

सीतापुर से करीब 70 किलोमीटर दूर पल्लपुर गांव. आबादी 1500 के करीब होगी. शनिवार को पल्लापुर के लोगों की नींद रोज की तरह ही खुली थी. सबकुछ और दिनों जैसा ही चल रहा था. लेकिन सुबह पांच से साढ़े पांच के दरम्यान गांव में कुछ ऐसा घटा, जिसकी कल्पना भी कंपा रही है. इससे यह गांव ही नहीं, पूरा देश सदमे में है. गांव में कोई कुछ बोलने को  तैयार नहीं है. सब चुप हैं. इस खमोशी को बस पुलिस के सायरन की आवाज तोड़ रही है. पुलिसवाले भी एक घर को घेरे हुए हैं. कुछ देर पहले ही घर को उसके ही चिराग ने उजाड़ डाला है. नशे की लत हैवान बने शख्स ने अपने 3 बच्चों, पत्नी और मां को मार डाला. वह भी इतने नृशंस तरीके से कि जो भी सुन रहा है, यकीन नहीं कर पा रहा है. शनिवार की इस गांव में सुबह क्या कुछ हुआ, इसकी पूरी जानकारी मौके पर पहुंचे NDTV के रिपोर्टर मोहम्मद समीर ने दी. जानिए कैसे सीतापुर के इस गांव में इस दिल दहलाने वाले हत्याकांड को अंजाम दिया गया...   
 

भाई ने पहले धक्के मारकर निकाला था घर से बाहर

पुलिस ने बताया कि अपने पूरे परिवार को खत्म करने वाले 45 साल के अनुराग को नशे की लत थी. इसके चलते उसकी माली हालत भी खस्ता थी. पूरा परिवार अनुराग की हरकतों और उसकी नशे की लत से परेशान था. वे उसे नशा मुक्ति केंद्र भेजना चाहते थे. लेकिन वह तैयार नहीं था. शनिवार सुबह भी झगड़े की शुरुआत इसी बात को लेकर हुई. सुबह-सुबह नशे में धुत अनुराग की अपने भाई से कहासुनी हो गई. गर्मागर्मी बढ़ी. नौबत हाथापाई तक आई. बात इतनी बढ़ी कि भाई उसे धक्के मारकर घर से बाहर निकालने लगा. इसके बाद अनुराग इतना तमतमा गया कि वह तमंचा उठा लाया. 

वह अगले कुछ पलों में क्या करने वाला था, इसका अंदाजा किसी को नहीं था. अनुराग के सिर पर खून सवार हो चुका था. वह दनदनाते हुए तमंचा लेकर छत पर पहुंच गया. इस दौरान उसकी बड़ी बेटी, 12 साल की अनुशी और बेटा छत पर ही थे. गुस्से में पागल अनुराग ने दोनों को उठाकर छत से नीचे फेंक दिया. दोनों बच्चे बुरी तरह घायल हो गए, जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया. घर में चीख पुकार मच गई. 

इसके ठीक बाद अनुराग की पत्नी, 44 वर्षीय प्रियंका छत पर भागी चली आई. दोनों के बीच झगड़ा होने लगा. गुस्से में पागल अनुराग ने अवैध तमंचे से पत्नी के ऊपर फायर कर दिया. वह लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ी. गोली की आवाज सुनकर अनुराग की मां, 65 वर्षीय सावित्री देवी छत पर पहुंची. तीन जानें लेने के बाद भी अनुराग का गुस्सा शांत नहीं हुआ था. उसने अपनी मां पर को भी गोली मार दी. मां के शरीर पर और चोटों के निशान मिले हैं. मां ने वहीं दम तोड़ दिया.  

इसके बाद अनुराग तमतमाते हुए छत से नीचे उतरा और घर के अंदर गया. वहां उसका छोटा बेटा सो रहा था. पुलिस के मुताबिक अनुराग ने बिस्तर पर ही बेटे को गोली मार दी. पूरे परिवार को खत्म करने के बाद उसने उसी कमरे में अपनी कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली. अनुराग का भाई इस खूनखराबे के दौरान मौके से भाग गया. पुलिस इस मामले की तफ्तीश के लिए उसे खोज रही है. फिलहाल गांव में तीन थानों रामपुर-मथुरा, महमूदाबाद, रेउसा की फोर्स मौजूद है.. 

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