देश में माल एवं सेवा कर (GST) का संग्रह मार्च में 13 प्रतिशत बढ़कर 1.60 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है. वित्त मंत्रालय ने यह जानकारी दी है. यह अप्रैल 2022 के जीएसटी संग्रह के बाद अब तक का दूसरा सबसे बड़ा जीएसटी संग्रह है. जीएसटी संग्रह मार्च में सालाना आधार पर 13 प्रतिशत बढ़कर 1.60 लाख करोड़ रुपये हो गया. वित्त मंत्रालय ने शनिवार को मार्च, 2023 के जीएसटी संग्रह के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि इस महीने में अब तक का सर्वाधिक जीएसटी रिटर्न भी जमा किया गया.
इसके पहले फरवरी में जीएसटी संग्रह 1.49 लाख करोड़ रुपये रहा था जबकि जनवरी में 1.57 लाख करोड़ रुपये का कर संग्रह हुआ था. जीएसटी का सर्वाधिक संग्रह अप्रैल, 2022 में 1.68 लाख करोड़ रुपये का हुआ था.
वित्त मंत्रालय ने कहा कि, मार्च 2023 के लिए 1,60,122 करोड़ रुपये का सकल जीएसटी राजस्व एकत्रित किया गया है. लगातार 12 महीनों से मासिक जीएसटी राजस्व संग्रहण 1.4 लाख करोड़ से अधिक रहा है. जीएसटी की स्थापना के बाद से यह दूसरी बार है जब जीएसटी संग्रहण 1.6 लाख करोड़ के पार हुआ है.
मंत्रालय ने कहा है कि मार्च 2023 में कुल जीएसटी संग्रह 1,60,122 करोड़ रुपये रहा है. इसमें केंद्रीय जीएसटी (CGST) 29,546 करोड़ रुपये है जबकि राज्य जीएसटी (SGST) संग्रह 37,314 करोड़ रुपये है. वहीं एकीकृत जीएसटी (IGST) के मद में 82,907 करोड़ रुपये इकट्ठे हुए हैं. इसके साथ 10,355 करोड़ रुपये का उपकर भी शामिल है.
जीएसटी राजस्व में साल-दर-साल 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. वर्ष 2022-23 के लिए कुल सकल संग्रहण 18.10 लाख करोड़ रुपये हुआ है. पूरे वर्ष के लिए औसत सकल मासिक संग्रहण 1.51 लाख करोड़ रुपये है. वर्ष 2022-23 में सकल राजस्व संग्रह पिछले वर्ष की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक रहा. इस वित्त वर्ष में चार बार मासिक कर संग्रह 1.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है.
राज्यों में जीएसटी संग्रहण वृद्धि के मामले में मिजोरम पहले स्थान पर है. यहां साल 2021-22 के मुकाबले 2022-23 में जीएसटी संग्रह में 91.16 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. अंजमान निकोबार में 38.88 प्रतिशत, अरुणाचल प्रदेश में 37.56, नगालैंड में 35.7 प्रतिशत और गोवा में जीएसटी संग्रह में 33.33 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं