21 फरवरी को दिल्ली मार्च के दौरान हुई हिंसा में शुभकरण सिंह की मौत हो गई है. फिलहाल किसानों ने पोस्टमार्टम को रोक दिया है. उनकी मांग है कि जब तक सरकार आर्थिक मुआवजे की घोषणा नहीं करेगी तब तक पोस्टमार्टम नहीं होनें देंगे. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर कौन हैं शुभकरण सिंह, जिनकी मौत विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई है.
जानकारी के मुताबिक, शुभकरण सिंह दो एकड़ जमीन के मालिक थे. उनकी मां की मौत हो चुकी है, पिता मानसिक रोगी हैं.. शुभकरण की दो बहनें भी हैं. खबरों के मुताबिक, बहन की शादी के लिए शुभकरण सिंह ने लोन भी लिया है. एक बहन की शादी हो चुकी है, दूसरी बहन फिलहाल पढ़ाई कर रही है.
शुभकरण की मौत का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है. किसानों ने सरकार से उनके परिवार के लिए मुआवजे की घोषणा करने की मांग करते हुए पोस्टमार्टम को रोक दिया है. वे मुआवजे के तौर पर केंद्र सरकार से नौकरी की मांग कर रहे हैं.
पड़ोसियों ने बताया कि शुभकरण के परिवार के पास करीब 2 एकड़ जमीन है. उनकी मां की मृत्यु हो चुकी है और उनके पिता मानसिक बीमारी से पीड़ित हैं. उनकी दो बहनें हैं, एक शादीशुदा है और दूसरी छात्रा है. उन्होंने बताया कि युवा किसान ने अपनी बहन की शादी के लिए कर्ज लिया था.
पंजाब के किसान (Farmers Protest)अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे हैं. बीते 9 दिन से किसान पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. सरकार से चौथे राउंड की बातचीत भी बेनतीजा रहने के बाद किसानों (Kisan Andolan) ने 21 फरवरी को दिल्ली मार्च का ऐलान किया था. उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले दागे. इस बीच सरकार ने किसानों को पांचवीं बार बातचीत का ऑफर दिया है. ऑफर पर विचार करने के लिए किसानों ने अपना दिल्ली मार्च (Kisan Delhi March) अगले 2 दिनों के लिए टाल दिया है.
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