तेलंगाना में कांग्रेस (Congress) से टीआरएस में जाने वाले 12 विधायकों में से एक गांद्रा वेंकटरमन रेड्डी ने बुधवार को अपनी पुरानी पार्टी(कांग्रेस) पर निशाना साधा. दरअसल कांग्रेस ने अपने विधायकों के टीआरएस (TRS) में शामिल होने पर कहा था कि उनके विधायकों को प्रलोभन दिया गया. इन आरोपों पर रेड्डी ने कहा कि वह भेड़ या भैंस नहीं थे जिसे खरीदा जा सकता हो. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा सत्तारूढ़ पार्टी के साथ विलय में संविधान द्वारा निर्धारित नियमों का पालन किया गया है. पीटीआई के मुताबिक रेड्डी ने कहा, 'हम 12 विधायक इसी महीने की 6 तारीख को स्पीकर से मिले थे. इसमें साफ तौर पर कहा गया था कि संविधान के मुताबिक अगर 2/3 विधायक चाहते हैं तो वह विलय कर सकते हैं. इसके मुताबिक हम स्पीकर से 6 जून को मिले और उन्हें पत्र दिया.'
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रेड्डी ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बयान हैरान करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि विधायकों ने किसी प्रलोभन या डर में पार्टी ज्वाइन की, उन्हें खरीदा गया. हम बच्चे नहीं हैं जो डर जाएंगे. हम उनमें से भी नहीं हैं जो प्रलोभन में बहक जाएंगे. हम भेड़ या भैंस नहीं हैं जिन्हें खरीदा गया.' कांग्रेस इस विलय को लेकर कोर्ट गई थी. तेलंगाना हाईकोर्ट ने मंगलवार को इस मामले में विधायकों को नोटिस जारी किया था. हालांकि रेड्डी ने कहा कि नोटिस का जवाब जल्द दिया जाएगा.
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बीते हफ्ते रेड्डी ने कहा था, 'टीआरएस के साथ विलय के बाद कांग्रेस के बागी विधायक केवल केसीआर के नजरिये से प्रेरित थे. सभी 12 सदस्य केसीआर के नेतृत्व का समर्थन करते हैं और उन्होंने उनके साथ काम करने की इच्छा रखी थी. हमने स्पीकर को इसकी जानकारी दी थी और हमें टीआरएस के साथ विलय करने की मांग की थी.' 2018 के विधानसभा चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस ने हालही में हुए लोकसभा चुनावों में केवल 3 सीटें जीती थीं.
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