Lok Sabha Elections 2024 : आंध्र प्रदेश के गुंटूर लोकसभा सीट से टीडीपी के उम्मीदवार पी. चंद्र शेखर ने अपने चुनावी हलफनामे में अपनी पारिवारिक चल और अचल संपत्ति मिलाकर 5,785 करोड़ रुपये घोषित करने के बाद सुर्खियां बटोर ली हैं. वह लोकसभा चुनाव 2024 में अब तक के सबसे धनी उम्मीदवार बन गए हैं. वहीं दूसरे नंबर पर अभी तक तेलंगाना की चेवेल्ला लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार के विश्वेश्वर रेड्डी हैं. के विश्वेश्वर रेड्डी ने 4568 करोड़ रुपये की पारिवारिक संपत्ति की घोषणा की है.
चंद्र शेखर के परिवार पर लाइन ऑफ क्रेडिट के रूप में यूएसए के जेपी मॉर्गन चेस बैंक की 1,138 करोड़ रुपये की देनदारी है. आंध्र प्रदेश के बुर्रिपालेम गांव से लेकर जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय और सिनाई अस्पताल में चिकित्सक शिक्षक के रूप में काम करने से यूवर्ल्ड (ऑनलाइन शिक्षण और अध्ययन संसाधन प्लेटफॉर्म) की स्थापना तक चंद्र शेखर की यात्रा आकर्षक रही है.
डॉक्टर से उद्यमी फिर राजनेता बने
डॉक्टर-उद्यमी-राजनेता चंद्र शेखर ने 1999 में एनटीआर यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज विजयवाड़ा से एमबीबीएस पूरा किया और 2005 में पेंसिल्वेनिया के डेनविले में गेइज़िंगर मेडिकल सेंटर से एमडी (आंतरिक चिकित्सा) किया. उन्होंने राज्य में ईएएमसीईटी मेडिकल प्रवेश परीक्षा (एमबीबीएस) देने वाले 60,000 छात्रों के बीच 27वीं रैंक हासिल की, जिसे देश में सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षा माना जाता है. चुनाव में चंद्र शेखर का मुकाबला वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के के वेंकट रोसैया से होगा.
चेवेल्ला लोकसभा सीट का भी हुआ नाम
वहीं तेलंगाना की चेवेल्ला लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार के. विश्वेश्वर रेड्डी 4568 करोड़ रुपये की पारिवारिक संपत्ति की घोषणा के साथ राज्य के सबसे धनी उम्मीदवारों में से एक बनकर उभरे हैं. उनके द्वारा निर्वाचन अधिकारियों को दिए गए हलफनामे से यह जानकारी सामने आई. रेड्डी ने सोमवार को लोकसभा क्षेत्र के लिए अपना नामांकन दाखिल किया और देनदारियों के साथ अपनी चल और अचल संपत्ति की घोषणा की.
पत्नी-बच्चे भी अमीर
रेड्डी के पास अपोलो हॉस्पिटल एंटरप्राइजेज लिमिटेड के 17.77 लाख शेयर हैं, जिनकी कीमत 6170 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 973.22 करोड़ रुपये है, जबकि उनकी पत्नी संगीता रेड्डी के पास 1500.85 करोड़ रुपये के 24.32 लाख शेयर हैं. संगीता रेड्डी अपने पिता डॉ. सी. प्रताप रेड्डी द्वारा स्थापित अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की संयुक्त प्रबंध निदेशक हैं. हलफनामे के मुताबिक, रेड्डी के पास 1250 करोड़ रुपये की संपत्ति है जबकि पत्नी के पास 3209.41 करोड़ की संपत्ति है और बाकी संपत्ति उनके बेटे के नाम है.
केसीआर की पार्टी से शुरू हुआ सफर
विश्वेश्वर रेड्डी ने अपना राजनीतिक सफर भारत राष्ट्र समिति (तब टीआरएस) से शुरू किया और चेवेल्ला से सांसद बने. फिर उन्होंने पार्टी छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए और 2019 का आम चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. बाद में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये. उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और अमेरिका में एमएस की पढ़ाई की.
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