
- टाटा मोटर्स की ब्रिटेन स्थित जगुआर लैंड रोवर को साइबर हमले के कारण भारी नुकसान हुआ और उत्पादन रोकना पड़ा.
- इस साइबर हमले से टाटा मोटर्स के शेयरों में 25 सितंबर को शुरुआती कारोबार में 2% से अधिक गिरावट दर्ज हुई है.
- जगुआर लैंड रोवर को लगभग 2 अरब पाउंड या करीब 23,864 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है.
Tata Motors Cyberattack: साइबर ठगों के द्वारा आम लोगों के करोड़ों रुपये ठगने के कई मामले आपने सुने होंगे, लेकिन देश की जानी-मानी कंपनी टाटा को साइबर अपराधियों ने इतनी बड़ी चपट लगाई है, जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. टाटा मोटर्स की ब्रिटेन स्थित कंपनी जगुआर लैंड रोवर साइबर हमले (Jaguar Land Rover Cyberattack) की चपेट में आ गई है, जिससे कंपनी के शेयरों पर बेहद बुरा असर पड़ा है. इस साइबर अटैक के कारण टाटा ग्रुप की पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल कंपनी टाटा मोटर्स लिमिटेड के शेयर में गुरुवार 25 सितंबर को शुरुआती कारोबार में 2% से ज्यादा की गिरावट आई.
23,864 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान
साइबर हमले के कारण जगुआर लैंड रोवर के कारण बड़ा नुकसान हुआ है, जिससे कंपनी का प्रोडक्शन रोकना पड़ा है. कंपनी के कर्मचारियों को छुट्टियों पर भेज दिया गया है. ऐसा पहली बार किसी कंपनी के साथ देखने को मिला है, जब कंपनी को अपना प्रोडक्शन ही बंद करना पड़ा है. कंपनी को ये जो नुकसान हुआ है, वो पिछले वित्त वर्ष के पूरे लाभ से भी अधिक हो सकता है. रिपोर्ट्स के अनुसार, जेएलआर को 2 अरब पाउंड या करीब 23864 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है. साइबर हमले के कारण पहले कार का प्रोडक्शन 24 सितंबर तक रोका गया था, लेकिन अब जेएलआर ने इसे 1 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है.
जेएलआर ने एक बयान में कहा कि उसने अपने कर्मचारियों, आपूर्तिकर्ताओं और साझेदारों को बुधवार (1 अक्टूबर) तक उत्पादन रोके रखने के फैसले के बारे में सूचित कर दिया है. कंपनी ने कहा, 'आज हमने अपने सहयोगियों, आपूर्तिकर्ताओं और साझेदारों को सूचित किया है कि हमने अपनी उत्पादन रोक को बुधवार, 1 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है.'
साइबर हमले की चल रही फोरेंसिक जांच
कार निर्माता ने बताया कि वह अभी भी साइबर हमले की फोरेंसिक जांच कर रही है और अपने परिचालन को नियंत्रित तरीके से फिर से शुरू करने के विभिन्न चरणों की सावधानीपूर्वक योजना बना रही है. कंपनी ने कहा, 'इस घटना के कारण हो रहे निरंतर रुकावट के लिए हमें बहुत खेद है, और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, हम अपडेट देते रहेंगे.' यह रुकावट जेएलआर के लिए एक चैलेंजिंग टाइम पर आया है. वाहन निर्माता पहले से ही अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी बढ़ती लागत के कारण घटते मुनाफे से जूझ रहा है. इस साइबर हमले ने ऐसे समय में उत्पादन रोककर और दबाव बढ़ा दिया है, जब कंपनी अपने व्यवसाय को मजबूत करने के लिए काम कर रही है.
जगुआर लैंड रोवर ने साइबर सिक्योरिटी और आईटी सहायता प्रदान करने के लिए 2023 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के साथ 80 करोड़ पाउंड का पांच साल का अनुबंध किया था. यह सौदा जेएलआर की अपने परिचालन में डिजिटल परिवर्तन को गति देने की रणनीति का हिस्सा था. इन प्रयासों के बावजूद, मौजूदा ब्रीच ने एक बड़ा झटका दिया है. उद्योग विश्लेषकों का कहना है कि लंबे समय तक निलंबन खासकर प्रमुख बाजारों में जेएलआर की आपूर्ति चेन और सेल्स टारगेट को प्रभावित कर सकता है. फिलहाल, कंपनी अपने सिस्टम को सुरक्षित रूप से बहाल करने और यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है कि उसका परिचालन जल्द से जल्द सामान्य हो जाए.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं