तमिलनाडु के उत्तरी तटीय इलाकों में हो रही भारी बारिश को देखते हुए चेन्नई व अन्य तीन जिलों में स्कूलों को अगले दो दिनों तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. जल जमाव की तस्वीरें देखकर एक बार फिर साल 2015 में चेन्नई में आई भीषण बाढ़ की यादें ताजा हो गईं.
मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी जारी किए जाने के बाद चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू और कांचिपुरम जिलों में स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने के आदेश जारी किए गए.
मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी तटीय तमिनाडु के सुदूरवर्ती इलाकों में रविवार को पूरे दिन जबरदस्त बारिश होने की आशंका है. विभाग ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवातीय हालात की वजह से चेन्नई और इसके उपनगरों में सबसे ज्यादा बारिश होगी.
बता दें कि चेन्नई और उपनगरीय इलाकों में लगातार भारी बारिश होने से जगह-जगह जलजमाव हो गया है. इस बीच, चेन्नई के दो जलाशयों से पानी छोड़े जाने की तैयारियों के बीच अधिकारियों ने रविवार को लोगों को बाढ़ की चेतावनी जारी की है. मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मुख्य सचिव वी इराई अंबू सहित विभिन्न शीर्ष अधिकारियों के साथ यहां कई जलमग्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को बाढ़ के पानी की निकासी के लिए त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. कैबिनेट सहयोगियों के साथ स्टालिन ने यहां एक अस्थायी आश्रय स्थल में ठहरे प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को चावल, दूध और कंबल सहित बाढ़ सहायता वितरित की.
स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने कहा कि चेन्नई में शनिवार रात से करीब 12 घंटे में 20 सेमी बारिश हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के मुताबिक चेन्नई और उपनगरों में बारिश 10 सेमी से 23 सेमी के बीच रही. तमिलनाडु सचिवालय के पास कामराजार सलाई बिंदु (मरीना समुद्र तट पर स्थित डीजीपी कार्यालय) में सबसे अधिक 23 सेमी और उत्तरी चेन्नई के उपनगरीय क्षेत्र एन्नोर में 10 सेमी बारिश हुई. (इनपुट भाषा से...)
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