वीडियो गेम खेलती महिला अधिकारी
चेन्नई:
सोचिए, कैसा लगेगा, जब प्रशासनिक अधिकारी किसानों की समस्याओं को लेकर उनसे बात करने के लिए बैठक बुलाएं, और उसी दौरान खुद मोबाइल फोन पर गेम खेलने बैठ जाएं... ठीक ऐसा ही हुआ तमिलनाडु के धर्मपुरी जिले में, जहां, राजस्व विभाग की एक महिला अधिकारी को अपने सेलफोन पर 'कैन्डी क्रश सागा' खेलते हुए कैमरे में कैद किया गया। शुक्रवार को हुई इस बैठक में दर्जनों किसान शामिल हुए थे।
वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि जिला कलेक्टर के. विवेकानंदन की बगल में बैठी अधिकारी एस कविता खेल में पूरी तरह मगन हैं, लेकिन इस बात का खास खयाल रख रही हैं कि मोबाइल फोन किसी को नज़र न आए, इसीलिए उसे मेज की सतह से नीचे रख रही हैं। एक के बाद एक किसान अपनी समस्याएं बोलते रहे, लेकिन उन्होंने मोबाइल तभी बंद किया, जब उनका गेम खत्म हो गया।
लगता है, बैठक के दौरान कलेक्टर को कुछ पता नहीं चला था, लेकिन यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद जब सूखा-पीड़ित इलाके के बैठक में शामिल हुए गुस्साए किसानों ने शिकायत की, तब कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए।
तमिलनाडु किसान संगठन (Tamil Nadu Farmers' Association) के एक स्थानीय नेता ने कहा, "हम इन बैठकों में अपनी समस्याओं के हल पाने के लिए आते हैं... अगर यह सच है, तो उस महिला अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए..."
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में इस साल 68 किसान आत्महत्या कर चुके हैं, जबकि पिछले साल 827 खेत मज़दूरों ने आत्महत्या की थी।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के राज्य सचिव जी रामाकृष्णन ने कहा, "इससे किसानों के प्रति अधिकारियों के संवेदनाहीन रवैये का पता चलता है..." उधर, जिला कलेक्टर के. विवेकानंदन ने बताया, "हमने अधिकारी से सफाई मांगी है, और उसे संबंधित विभाग को भेज दिया जाएगा, और ज़रूरत पड़ने पर कार्रवाई की जाएगी..."
हरूर स्थित को-ऑपरेटिव शुगर फैक्टरी में तैनाती पर कार्यरत अधिकारी एस. कविता से इस मुद्दे पर टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं किया जा सका है।
वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि जिला कलेक्टर के. विवेकानंदन की बगल में बैठी अधिकारी एस कविता खेल में पूरी तरह मगन हैं, लेकिन इस बात का खास खयाल रख रही हैं कि मोबाइल फोन किसी को नज़र न आए, इसीलिए उसे मेज की सतह से नीचे रख रही हैं। एक के बाद एक किसान अपनी समस्याएं बोलते रहे, लेकिन उन्होंने मोबाइल तभी बंद किया, जब उनका गेम खत्म हो गया।
लगता है, बैठक के दौरान कलेक्टर को कुछ पता नहीं चला था, लेकिन यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद जब सूखा-पीड़ित इलाके के बैठक में शामिल हुए गुस्साए किसानों ने शिकायत की, तब कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए।
तमिलनाडु किसान संगठन (Tamil Nadu Farmers' Association) के एक स्थानीय नेता ने कहा, "हम इन बैठकों में अपनी समस्याओं के हल पाने के लिए आते हैं... अगर यह सच है, तो उस महिला अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए..."
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में इस साल 68 किसान आत्महत्या कर चुके हैं, जबकि पिछले साल 827 खेत मज़दूरों ने आत्महत्या की थी।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के राज्य सचिव जी रामाकृष्णन ने कहा, "इससे किसानों के प्रति अधिकारियों के संवेदनाहीन रवैये का पता चलता है..." उधर, जिला कलेक्टर के. विवेकानंदन ने बताया, "हमने अधिकारी से सफाई मांगी है, और उसे संबंधित विभाग को भेज दिया जाएगा, और ज़रूरत पड़ने पर कार्रवाई की जाएगी..."
हरूर स्थित को-ऑपरेटिव शुगर फैक्टरी में तैनाती पर कार्यरत अधिकारी एस. कविता से इस मुद्दे पर टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं किया जा सका है।
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