तमिलनाडु में अगले साल यानि 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने अपना गियर बदल लिया है. शुक्रवार को पार्टी ने डबल गियर लगाया. उसने अपने पुराने पार्टनर AIADMK से नई दोस्ती की और फिर प्रदेश में नया अध्यक्ष भी तैनात कर दिया. बीजेपी ने नयनार नागेंद्रन को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी है.
पहले बात नयनार नागेंद्रन (Nainar Nagenthran) की, जिन्हें निर्विरोध निर्वाचित किया गया है. नयनार 2017 में बीजेपी में शामिल हुए थे. हाल ही में वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रामेश्वरम दौरे के दौरान मंच पर नजर भी आए थे, और तभी से ये कयास लगाए जा रहे थे कि वह बीजेपी के 'मिशन साउथ' के लिए तमिलनाडु में बीजेपी के नए कैप्टन हो सकते हैं. शुक्रवार को इस पर मुहर लग गई.

नयनार नागेंद्रन ने आज ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था. वह टी नगर स्थित भाजपा के राज्य मुख्यालय 'कमलालयम' में पहुंचकर नामांकन पत्र दाखिल करने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे. किसी और के नॉमिनेशन नहीं करने के बाद नागेंद्रन को निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया.
तिरुनेलवेली से बीजेपी के विधायक हैं नयनार नागेंद्रन
नयनार नागेंद्रन तमिलनाडु के तिरुनेलवेली निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक हैं. वर्तमान में वो बीजेपी के राज्य उपाध्यक्ष थे. इससे पहले नागेंद्रन अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) में थे. बीजेपी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई, केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. राधाकृष्णन और भाजपा विधायक एवं महिला मोर्चा अध्यक्ष वनाथी श्रीनिवासन ने अध्यक्ष पद के लिए नैनार नागेंद्रन का नाम प्रस्तावित किया था.

अन्नामलाई को राष्ट्रीय स्तर पर दी जाएगी जिम्मेदारी
हालांकि सवाल यह भी था कि राज्य में अभी तक पार्टी की कमान संभाल रहे तेजतर्रार नेता और सुपरकॉप अन्नामलाई का क्या होगा? लेकिन चेन्नई पहुंचे अमित शाह ने तस्वीर साफ कर दी. उन्होंने एक ट्वीट में इस बात का भी इशारा किया है कि अन्नामलाई को पार्टी संगठन में राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी दी जाएगी. मतलब वह दिल्ली लाए जाएंगे.

अब बात करते हैं पार्टनर की. तमिलनाडु में AIADMK से बीजेपी का रिश्ता काफी पुराना है. हालांकि दोनों के बीच अनुभव भी खट्टे-मीठे रहे हैं. अटल बिहारी वाजपेयी के दौर में दोनों दलों की दोस्ती परवान चढ़ी थी और उसमें वह खाई भी उसी दौर में दिखाई दी. 1998 में जयललिता के नेतृत्व में गठबंधन बना था. वहीं एक बार इस गठबंधन ने 39 लोकसभा सीटों में से 30 सीटें जीती थीं.
25 मार्च को ई पलानीसामी ने अमित शाह से की थी मुलाकात
तमिलनाडु में AIADMK और बीजेपी की दोस्ती की स्क्रिप्ट पिछले कुछ महीनों से तैयार हो रही थी. पिछले महीने 25 मार्च को पार्टी महासचिव ई पलानीसामी ने दिल्ली जाकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. पार्टी के सांसद एम. थंबीदुरई भी उनके साथ थे. सूत्रों के मुताबिक तमिलनाडु में गठबंधन की रूपरेखा इसी बैठक में तैयार हो गई थी. शुक्रवार को अमित शाह ने इसका औपचारिक ऐलान किया.

लोकसभा चुनाव से पहले 2023 में टूट गई थी BJP-AIADMK की दोस्ती
2021 के विधानसभा चुनाव को बीजेपी और AIADMK ने मिलकर लड़ा था. बीजेपी को 4 सीटें हासिल हुई थीं. अन्नामलाई के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद दोनों पार्टियों के बीच खटास बढ़ने लगी थी. 21 सितंबर 2023 में यह दोस्ती टूट गई. 2024 का लोकसभा चुनाव दोनों पार्टियों ने अलग-अलग लड़ा और जोर का झटका खाया. इसी से सबक लेते हुए दोनों दलों ने अब हाथ मिलाया है. बीजेपी ने भी अन्नामलाई को तमिलनाडु से निकालकर राष्ट्रीय भूमिका में लाकर AIADMK को सहज करने की कोशिश की है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं