
मुंबई आतंकवादी हमले के प्रमुख आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाया जा रहा है. अमेरिका में छह साल की कानूनी जंग के बाद यह प्रत्यर्पण संभव हुआ. एनआईए और रॉ की संयुक्त टीम उसे विशेष विमान से दिल्ली के पालम टेक्निकल एरिया ला रही है, जहां वह दोपहर तक पहुंच सकता है. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के बाद उसकी शुरुआती पूछताछ एनआईए मुख्यालय में होगी, फिर उसे तिहाड़ जेल में रखा जा सकता है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे मोदी सरकार की बड़ी सफलता बताया है. राणा ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में पार्किंसन बीमारी का हवाला देकर प्रत्यर्पण रोकने की कोशिश की, मगर उसकी याचिका खारिज हो गई. 2008 के हमले में उसने डेविड हेडली के साथ मिलकर मुंबई की रेकी की थी, जिसमें 166 लोग मारे गए थे. आइए जानते हैं अब तक की टॉप टेन अपडेट.
कब तक पहुंचेगा तहव्वुर?
26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को आज भारत लाया जा रहा है. तहव्वुर राणा के आज दोपहर तक भारत पहुंचने की संभावना है. जांच एजेंसी NIA और खुफिया एजेंसी RAW की एक संयुक्त टीम राणा को लेकर स्पेशल फ्लाइट से भारत आ रही है. अमेरिका में छह साल चली क़ानूनी लड़ाई के बाद तहव्वुर राणा को भारत लाया जा रहा है. तहव्वुर राणा का केस दिल्ली में ही चलेगा. कानून मंत्रालय ने इसकी इजाजत दे दी है. दिल्ली पहुंचने पर दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में राणा को पेश किया जाएगा.
दिल्ली में कहां रखा जाएगा?
सूत्रों के मुताबिक राणा के भारत आने के NIA की टीम उससे शुरुआती पूछताछ करेगी. इसके बाद उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया जा सकता है. तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की खबरों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ अहम बैठक की है. बैठक में खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और विदेश सचिव विक्रम मिस्री भी मौजूद थे. गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार का प्रयास भारत के सम्मान, भूमि और लोगों पर हमला करने वालों को न्याय के कटघरे में लाना है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मुख्य आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा का प्रत्यर्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की बड़ी सफलता है.
अमेरिकी कोर्ट में गिड़गिड़ाया तहव्वुर
प्रत्यर्पण से बचने के राणा के आखिरी प्रयास के विफल होने के बाद तहव्वुर राणा को भारत लाया जा रहा है. अमेरिकी उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों ने उसके आवेदन को खारिज कर दिया था. तहव्वुर ने भारत आने से बचने के लिए अपनी याचिका में खुद को पार्किंसन बीमारी से पीड़ित बताते हुए कहा था कि अगर उसे भारत भेजा गया तो उसे प्रताड़ित किया जा सकता है.
तहव्वुर की क्राइम कुंडली
तहव्वुर राणा 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए हमलों में आरोपी है. तहव्वुर राणा ने ही मुंबई को ठिकानों की रेकी की थी. और डेविड कोलमैन हेडली को मुंबई के ब्लू प्रिंट दिए थे. साल 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में छह अमेरिकियों समेत कुल 166 लोग मारे गए थे. इन हमलों को 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया था.
- मुंबई के ठिकानों की रेकी की थी
- डेविड कोलमैन हेडली का दोस्त
- हेडली को मुंबई के ब्लू प्रिंट दिए
- 13-21 नवंबर 2008 तक मुंबई में रहा
- तहव्वुर के मुंबई छोड़ने के 5 दिन बाद हमले
- मुंबई पर हमले में 166 की मौत, 328 घायल
तहव्वुर की बुलेट प्रूफ सुरक्षा
- एयरपोर्ट से राणा को NIA मुख्यालय लाया जाएगा
- SWAT कमांडो के सुरक्षा घेरे में होगा राणा
- SWAT कमांडो की टीम सुबह पालम एयरपोर्ट पहुंची
- दिल्ली पुलिस की कई गाड़ियां राणा के काफिले को एस्कॉर्ट करेंगी.
- एयरपोर्ट से बुलेटप्रूफ गाड़ी में जाएगा राणा
- भारत लाने पर तहव्वुर राणा को गिरफ्तार करेगी NIA
- 26/11 हमले को लेकर दर्ज केस में होगी गिरफ्तारी
- NIA हेडक्वार्टर में राणा का मेडिकल टेस्ट होगा
- फिर कोर्ट में पेश कर राणा की रिमांड मांगी जाएगी
- राणा की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से हो सकती है
तहव्वुर की तिकड़मबाजी फेल
- 2020 में अमेरिकी जेल में राणा की सज़ा पूरी हुई
- 2020 से भारत ने प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की
- 2020 से अलग-अलग अदालतों में केस चलता रहा
- राणा ने अपने पाकिस्तानी मूल का होने की दुहाई दी
- राणा ने अपनी बीमारियों का भी हवाला दिया
- भारतीय जेलों की हालत की भी शिकायत की
- UN कन्वेंशन की भी आड़ लेने की कोशिश की
भारत में तहव्वुर राणा को कहां रखा जाएगा
- -विशेष अमेरिकी विमान से भारत लाया जा रहा है
- -विमान दिल्ली के पालम टेक्निकल एरिया में उतरेगा
- -NIA के हेडक्वार्टर ले जाया जा सकता है
- -कई दिन दिल्ली में ही पूछताछ होगी : सूत्र
- -NIA समेत कई एजेंसियां पूछताछ करेंगी
- -मुंबई में आर्थर रोड जेल में भी रखने की तैयारी
राणा-हेडली की शैतानी जोड़ी
- -डेविड कोलमैन हेडली 9 बार भारत आया, कई शहरों की रेकी
- -26/11 के हमलों से पहले हेडली और तहव्वुर राणा संपर्क में थे
- -दोनों के बीच सैकड़ों बार बात हुई, ईमेल का आदान-प्रदान हुआ
- -2009 में डेनमार्क में हमले की तैयारी कर रहे थे राणा और हेडली
- -3 अक्टूबर 2009 को डेविड हेडली शिकागो से गिरफ़्तार
- -हेडली के बयान से तहव्वुर राणा शिकंजे में आया
- -तहव्वुर राणा को अमेरिका में 14 साल, हेडली को 35 साल की सजा
- -भारत में आरोपियों को क़ानून के दायरे में लाने की क़वायद शुरू
- -2009 में ही एनआईए ने 26-11 हमलों को लेकर पहला केस दर्ज किया
- -तहव्वुर राणा और हेडली समेत 5 आतंकवादियों को आरोपी बनाया
तहव्वुर पर भारत की कूटनीति
- -साल 2011 में NIA ने तहव्वुर राणा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की
- -दिसंबर 2019 को पहली बार डिप्लोमैटिक चैनल्स से राणा के प्रत्यर्पण की मांग की
- -भारत ने 10 जून 2020 को तहव्वुर की अस्थायी गिरफ्तारी की मांग की गई
- -फरवरी 2021 में प्रत्यर्पण की मांग करते हुए अमेरिकी न्याय विभाग को नोट भेजा
- -22 जून 2021 को US कोर्ट में राणा के प्रत्यर्पण को लेकर भारत ने सबूत पेश किए
तहव्वुर राणा केस
कब क्या हुआ?
28 अगस्त 2018
एनआईए के स्पेशल कोर्ट का गिरफ्तारी वारंट
4 दिसंबर 2019
अमेरिका को प्रत्यर्पण के लिए डिप्लोमेटिक नोट
10 जून 2020
बाइडन प्रशासन का प्रत्यर्पण को समर्थन
2020
कोविड के कारण राणा जेल से रिहा
16 मई 2023
डिस्ट्रिक्ट कोर्ट का प्रत्यर्पण का आदेश
सितंबर 2024
अपील कोर्ट से राणा की याचिका खारिज
21 जनवरी 2025
सुप्रीम कोर्ट से राणा की याचिका खारिज
25 जनवरी 2025
सुप्रीम कोर्ट की प्रत्यर्पण को मंजूरी
6 फरवरी 2025
सुप्रीम कोर्ट से प्रत्यर्पण का रास्ता साफ
7 अप्रैल 2025
प्रत्यर्पण पर रोक की आपातकालीन याचिका भी खारिज
26/11: जब दहली मुंबई
- - 26 नवंबर 2008 को हमला
- -समंदर के रास्ते आए थे 10 आतंकी
- -ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट, नरीमन हाउस पर हमला
- -ताज, ओबेरॉय ट्राइडेंट में लोगों को बनाया बंधक
- -छत्रपति शिवाजी स्टेशन पर भी अंधाधुंध गोलीबारी
- -लियोपोल्ड कैफ, 2 अस्पतालों को भी बनाया निशाना
- -सुरक्षाबलों ने 9 आतंकियों को ढेर किया
- -एक आतंकी अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया
- -करीब 59 घंटे तक आतंकियों के साथ गोलीबारी
- -हमले में 166 लोगों की मौत
- -गोलीबारी में 300 से ज्यादा घायल
- -अजमल कसाब को 21 नवंबर, 2012 को फांसी
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