
- दिवंगत संजय कपूर की मां रानी कपूर ने सोना BLW प्रिसिजन फोर्जिंग्स की AGM टालने की मांग की थी.
- कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में दावा किया कि रानी कपूर 2019 से कंपनी की शेयरहोल्डर नहीं हैं.
- रानी कपूर का आरोप है कि बेटे की मौत के बाद कुछ लोग पारिवारिक विरासत को हड़पना चाहते हैं.
गाड़ियों के कलपुर्जे बनाने वाली कंपनी सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसिजन फोर्जिंग्स (सोना कॉमस्टार) के मालिकाना हक को लेकर विवाद शुक्रवार को उस समय गहरा गया, जब कंपनी ने यह घोषणा कर दी कि पूर्व चेयरमैन संजय कपूर की मां रानी कपूर 2019 से उसकी शेयरहोल्डर हैं ही नहीं. रानी कपूर ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे की मौत के बाद कुछ लोग पारिवारिक विरासत को हड़पना चाहते हैं.
कंपनी ने AGM टालने की मांग भी ठुकराई
सोना कॉमस्टार ने यह चौंकाने वाला बयान रानी कपूर के उस अनुरोध को नजरअंदाज करते हुए दिया है, जिसमें उन्होंने कंपनी की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) को स्थगित करने का अनुरोध किया था. सोना ग्रुप की पूर्व चेयरपर्सन रानी कपूर ने एजीएम को स्थगित करने का अनुरोध करते हुए 24 जुलाई को पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने बैठक को दो हफ्ते टालने की मांग रखी थी. हालांकि कंपनी ने नियमों का हवाला देते हुए बैठक को तय समय पर ही आयोजित किया.
करिश्मा कपूर की पूर्व सास के गंभीर आरोप
सोना ग्रुप के दिवंगत चेयरमैन सुरिंदर कपूर की पत्नी रानी कपूर ने सोना कॉमस्टार के निदेशक मंडल को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि उनके बेटे के पिछले महीने अचानक निधन होने के बाद परिवार शोक में है. कुछ लोगों ने इस मौके का फायदा उठाकर पारिवारिक विरासत पर कंट्रोल हासिल करने की कोशिश की है.
एक्ट्रेस करिश्मा कपूर के पूर्व पति संजय कपूर का 12 जून को इंग्लैंड में पोलो खेलते समय मुंह में मधुमक्खी जाने के बाद आए हार्ट अटैक से निधन हो गया था. रानी कपूर ने अपने बेटे के निधन को बेहद संदिग्ध और अस्पष्ट परिस्थितियों में हुई मौत बताया.
सोना कॉमस्टार को लेकर छिड़ा विवाद
रानी कपूर ने अपने शुभचिंतकों के हवाले से दावा किया कि एजीएम में कपूर परिवार के प्रतिनिधि के रूप में कुछ निदेशकों की नियुक्ति का प्रस्ताव पारित होने की सूचना है. रानी ने कहा कि उन्होंने सोना कॉमस्टार के निदेशक मंडल में किसी भी व्यक्ति को आधिकारिक रूप से नामित करने या सहमति देने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है.
रानी कपूर ने एजीएम को कम-से-कम दो सप्ताह के लिए स्थगित करने का अनुरोध किया ताकि वह आवश्यक जानकारी जुटा सकें. उन्होंने दावा किया कि कंपनी या इसमें शामिल लोगों द्वारा इस संबंध में उन्हें कुछ भी बताया या समझाया नहीं गया है.
रानी कपूर ने यह भी दावा किया कि दिवंगत पति सुरिंदर कपूर की 30 जून 2015 की वसीयत के हिसाब से वह उनकी संपत्ति की एकमात्र लाभार्थी हैं और इस तरह से सोना समूह की कंपनियों में एक प्रमुख शेयरधारक हैं.
कंपनी ने कहा, रानी कपूर का शेयर नहीं
दूसरी तरफ, सोना कॉमस्टार ने शेयर बाजार को दी एक सूचना में कहा कि उसके रिकॉर्ड के मुताबिक रानी कपूर 2019 से ही कंपनी की शेयरधारक नहीं हैं. कंपनी ने बताया कि मई 2019 में संजय कपूर को ऑरेस इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (एआईपीएल) के महत्वपूर्ण शेयरधारक आरके फैमिली ट्रस्ट के एकमात्र लाभकारी मालिक के रूप में चिह्नित किया गया था.
सोना कॉमस्टार जून 2021 से ही एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी है जिसमें 71.98 प्रतिशत सार्वजनिक शेयरधारिता है जबकि 28.02 प्रतिशत हिस्सेदारी इसके प्रवर्तक एआईपीएल के पास है.
बताया, AGM टालने की मांग क्यों नहीं मानी
कंपनी ने बताया कि उसे 24 जुलाई को देर शाम रानी कपूर का ईमेल मिला था. कंपनी ने इस पर तत्काल कानूनी सलाह लेकर यह तय किया कि रानी कपूर के शेयरधारक नहीं होने से एजीएम को स्थगित करने की मांग नहीं मानी जा सकती है. कंपनी ने दावा किया कि उसकी वार्षिक आम बैठक कानूनी और नियामक ढांचे के अनुपालन में निर्धारित समय पर आयोजित की गई है.
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