विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Mar 14, 2020

कोरोना से लड़ने में कामयाबी? राजस्‍थान में दो इतालवी नागरिकों का हुआ सफल इलाज

मरीज़ों पर स्वाइन फ्लू और मलेरिया में इस्तेमाल होने वाले एंटी वायरल ड्रग्स के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल किया

Read Time: 16 mins

राजस्थान में कोरोना संक्रमित दो इतालवी नागरिक स्वस्थ हो रहे हैं (प्रतीकात्मक फोटो).

जयपुर:

राजस्थान के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने कोरोना वायरस (Coronavirus) से पीड़ित दो इतालवी नागरिकों के इलाज में काफी कामयाबी हासिल की है. डॉक्टरों और स्वास्थ्य सचिव ने एनडीटीवी से बातचीत में इसकी पुष्टि की है. कोरोना संक्रमित 69 साल का इतालवी नागरिक और उसकी पत्नी दोनों ठीक होने लगे हैं. वे पहले से बेहतर हैं. डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने मरीज़ों पर स्वाइन फ्लू और मलेरिया में इस्तेमाल होने वाले एंटी वायरल ड्रग्स के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल किया. दो साल पहले स्वाइन फ्लू के इलाज का उनका अनुभव इस मामले में काम आया.

Advertisement

डॉक्टरों ने अपने अनुभव आईसीएमआर से शेयर भी किए. हालांकि इससे यह नतीजा निकालना जल्दबाज़ी होगी कि ये कोरोना (Coronavirus) के इलाज का वैज्ञानिक तरीक़ा है. अभी कुछ और मरीज़ों पर इस तरह की दवाइयों का प्रयोग करने की ज़रूरत है. इस पर काफ़ी शोध की अभी ज़रूरत है.

सरकार के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के अब तक 84 मामले सामने आ चुके हैं. सबसे ज्यादा केरल में 19 मामले दर्ज हुए हैं जबकि महाराष्ट्र में 14 मामले आ चुके हैं. वहीं, दिल्ली में 7 केस दर्ज हुए हैं. अन्य राज्यों की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश में 11, लद्दाख में 3, कर्नाटक में 6, जम्मू कश्मीर में 2 और आंध्रप्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, तेलंगाना, राजस्थान में 1-1 मामले सामने आ चुके हैं. अब तक सामने आए 84 मामलों में 67 भारतीय हैं जबकि 17 विदेशी नागरिक हैं. कुल मिलाकर देश के 13 राज्यों से कोरोना के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं.

Advertisement

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस विषाणु से संक्रमित पाए गए सात व्यक्तियों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है. उनमें पांच उत्तर प्रदेश और एक-एक राजस्थान एवं दिल्ली के मरीजे थे. स्वास्थ्य मंत्रालय में विशेष सचिव संजीव कुमार ने कहा कि ‘‘भारत में कोरोना वायरस के सत्यापित मामलों की संख्या बढ़कर 84 हो गई है.''

Advertisement

सरकार कोरोना वायरस (Coronavirus) की पृष्ठभूमि में मास्क और हैंड सैनेटाइजर जैसी चीजों की कमी और कालाबाजारी के मद्देनजर शुक्रवार को एन 95 समेत मास्कों एवं हैंड सैनेटाइजरों को आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत जरूरी वस्तुएं घोषित कर चुकी है. ये चीजें जून आखिर तक जरूरी वस्तुओं की श्रेणी में होंगी. इस कदम का लक्ष्य उचित दाम पर उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करना तथा जमाखारों एवं कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई करना है.

Advertisement

VIDEO : बेंगलुरु में खाली पड़ी सड़कें

(इनपुट एजेंसियों से भी)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
देश में भीषण गर्मी का कहर, राजस्थान के फलौदी में अधिकतम तापमान 50 डिग्री सेल्सियस
कोरोना से लड़ने में कामयाबी? राजस्‍थान में दो इतालवी नागरिकों का हुआ सफल इलाज
EXPLAINER: क्या होता है ग्रीन डायमंड, जिससे PM नरेंद्र मोदी को है तरक्की की उम्मीद
Next Article
EXPLAINER: क्या होता है ग्रीन डायमंड, जिससे PM नरेंद्र मोदी को है तरक्की की उम्मीद
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;